-राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया रहाटकर ने राज्य महिला आयोगों को समझाया
अयोध्या । रामनगरी में राष्ट्रीय महिला आयोग के साथ तीन दिन देश के सभी राज्यों की महिला आयोग की अध्यक्ष व सदस्यों का जमावड़ा मुंबई में मिलने के वादे के साथ संपन्न हो गया। अवध यूनिवर्सिटी के सभागार में तीन दिवसीय क्षमता निर्माण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने समापन सत्र में संवाद किया। कहा कि वंचित महिलाओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
कार्यक्रम में राज्य महिला आयोगों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य एवं सदस्य सचिवों के लिए तीन दिवसीय क्षमता निर्माण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम 8 से 10 अप्रैल, 2025 तक आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य राज्य महिला आयोगों की कार्यक्षमता को सुदृढ़ करना था जिससे वे जमीनी स्तर पर महिला केंद्रित मुद्दों के समाधान में अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकें। इस कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से सौ से भी अधिक प्रतिभागियों ने भाग किया।
सभी राज्यों को एक साथ काम करने के लिए किया गया प्रेरित
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने राज्य महिला आयोगों की भूमिका को और अधिक प्रभावशाली बनाने पर बल दिया। उन्होंने सभी राज्य महिला आयोगों के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्हें उचित मार्गदर्शन प्रदान किया, साथ ही राज्य महिला आयोगों से कहा कि प्रत्येक महिला का सशक्तिकरण, उसका संवर्धन ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
इस कार्यक्रम के दौरान विभिन्न राज्यों से आई प्रतिभागियों ने राम मन्दिर में दर्शन किए तथा आयोग द्वारा उनके लिए एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया गया। निकट भविष्य में राष्ट्रीय महिला आयोग इस तरह के स्वास्थ्य शिविर का आयोजन देश भर में आयोजित करेगा क्योंकि एक स्वस्थ महिला ही सशक्त भारत की नींव रख सकती है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य महिला आयोगों को सशक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग की व्यापक पहल का हिस्सा है, जिसका उददेश्य उचित प्रशिक्षण, अंतर-राज्यीय सहयोग और निरंतर क्षमता विकास को बढ़ावा देना है।
यौन उत्पीड़न की रोकथाम पर भी विशेष सत्र आयोजित
इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के अन्तर्गत यौन उत्पीड़न की रोकथाम पर भी महत्वपूर्ण सत्र आयोजित हुआ। जिसमें कार्यस्थलों पर उत्पीड़न की रोकथाम और निवारण के लिए संस्थागत तंत्र को सशक्त बनाने पर जोर दिया गया। डिजिटल युग की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, साइबर सुरक्षा पर भी एक सत्र आयोजित किया गया, जिससे राज्य महिला आयोगों के सभी प्रतिभागी ऑनलाइन खतरों को समझ सकें और महिलाओं को साइबर अपराधों से सुरक्षित रखने के उपाय जान सकें। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत केस हैंडलिंग और सुनवाई की प्रक्रिया पर भी प्रशिक्षण दिया गया जिसमें कानूनी ढांचा, सुनवाई के दौरान अपनाई जाने वाली सर्वोत्तम प्रक्रियाएं, दस्तावेज़ीकरण और रिपोर्टिंग से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की गईं।
गलत औरतों का समर्थन नहीं करना चाहिए : विजया रहाटकर
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने पत्रकारों से संवाद में कहा कि राज्य महिला आयोग के पास बहुत से अधिकार हैं। इसके माध्यम से अंतिम महिला तक पहुंचकर उन्हें सशक्त किया जा सकता है। राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष ने विवाह पूर्व संवाद केंद्र बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। कहा विवाह उपरांत व्यवधान न हो इसलिए पहले ही उचित काउंसलिंग की जरूरत है। पहले ही संवाद से महिलाओं पुरुष को आपस की बातें समझनी चाहिए, महिलाओं द्वारा महिला आयोग को गलत सूचना दी जाने और पुरुषों को प्रताड़ित किए जाने के सवाल पर विजया रहाटकर ने कहा गलत औरतों का समर्थन नहीं करना चाहिए, गलत महिलाओं की गलती की वजह से और महिलाएं भी बदनाम होती हैं।