-अशफाक उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान ने काकोरी एक्शन शताब्दी वर्ष पर किया आयोजन

अयोध्या। अशफाक उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान ने काकोरी एक्शन शताब्दी वर्ष पर शहीद अशफाक उल्ला खां के जीवन पर आधारित दस्तानगोई का आयोजन किया। नारायण दास खत्री अध्ययन केंद्र रीडगंज में आयोजित कार्यक्रम में इप्टा लखनऊ के दास्तानगो शहजाद रिजवी तथा फरजाना मेंहदी ने शानदार प्रस्तुति किया। उन्होंने शहीद नगरी शाहजहांपुर से शुरुआत करते हुए 1857के शहीद मौलवी अहमद उल्ला शाह की शहादत और गद्दारों की विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम की शुरुआत शहीद अशफाक उल्ला खां की तस्वीर पर माल्यार्पण से की गई। संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय ने आयोजन का उद्देश्य तथा किस्सागोई के लेखक और किस्सागो का परिचय दिया। उन्होंने काकोरी एक्शन पर विस्तृत विचार भी व्यक्त किया। दोनों किस्सागो ने अशफाक के जीवन पर आधारित विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से अभिनय सहित प्रकाश डाला। सभी श्रोताओं ने उनकी प्रस्तुति की मुक्तकंठ से प्रशंसा किया। किस्सागो द्वय ने काकोरी एक्शन में उनके योगदान और उनके संगठन के उद्देश्यों की सजीव चित्रण किया। श्रोताओं की आंखें नम हो गई। पूरे प्रस्तुतीकरण के दौरान उपस्थित लोगों में अभूतपूर्व शांति बनी रहीं। इस प्रकार से देश के क्रांतिकारी इतिहास को संजोए रखने का यह अनूठा प्रयोग कामयाब रहा। इस तरह का नगर में पहला आयोजन था।
इस अवसर पर स्वप्निल श्रीवास्तव, रघुवंश मणि,आर डी आनन्द, कृष्ण प्रताप सिंह, सुमन गुप्ता अयोध्या प्रसाद तिवारी,अतीक अहमद, ओमप्रकाश यादव, सत्यभान सिंह, उमेश सिंह, सुदीप गीता,जमशेद फैजाबादी, आशाराम जागरथ, विश्व प्रताप सिंह अंशू, विकास सोनकर, अब्दुल रहमान भोलू सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार, पत्रकार, गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। भाकपा के जिला सचिव अशोक तिवारी ने नारायण दास खत्री अध्ययन केंद्र के आर के खत्री सहित सभी लोगों का सफल आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया। संस्थान का अगला आयोजन 26 नवंबर को काकोरी एक्शन के दस्तावेजों की प्रर्दशनी का है।