हत्याकाण्ड का खुलासा, बाइक की लालच में की गयी हत्या
फैजाबाद। हत्याकर रेत में शव दबा देने के मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए हत्यारोपी एक व्यक्ति को जहां गिरफ्तार कर लिया है वहीं दूसरे अन्य फरार की तलाश की जा रही है। हत्यारे मृतक के मित्र ही थे जिन्होंने बाइक की लालच में युवक को निर्ममता से मौत के घाट उतार दिया था। हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संजय कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के 12 घंटे के अन्दर पुलिस ने 21 वर्षीय प्रवेश पाल की हत्या का खुलासा कर दिया। उन्होंने बताया कि महराजगंज थाना क्षेत्र के ग्राम बिजड़ा निवासी भरत पाल पुत्र भूति पाल ने 3 जून को सूचना दिया था कि उसका पुत्र प्रवेश पाल 1 जून से नई बाइक स्प्लेंडर सुपर बिना नम्बर काला रंग के साथ लापता है। इस तहरीर पर 3 जनवरी को जीडी संख्या 21 के तहत महराजगंज थाना में गुमशुदगी की रिर्पोट लगभग 2.30 बजे दर्ज की गयी। उसी दिन सांय 5.30 बजे भरत पाल ने फोन पर सूचना दिया कि पड़ोसी जनपद बस्ती के थाना दुबौलिया अन्तर्गत अशोपुर माझा निवासी कृष्णा चैहान ने फोन से उसे अवगत कराया है कि एक व्यक्ति का शव रेत में गड़ा हुआ है केवल उसका पंजा दिखाई दे रहा है और घटना स्थल पर एक पर्ची पड़ी है जिसपर आपका फोन नम्बर लिखा है। इस सूचना पर गांव के तमाम लोग सरयू नदी उसपार माझा पहुंचे तो वहां थाना दुबौलिया की पुलिस पहले से मौजूद थी। जमीन को बालू को खोदवाकर शव को बाहर निकाला गया तो घरवालों ने उसकी शिनाख्त प्रवेश पाल के रूप में किया। घटना स्थल पर खून भी पाया गया। दुबौलिया पुलिस ने मृतक का पंचनामा व पोस्टमार्टम कराया।
एसपी ग्रामीण ने बताया कि प्रवेश पाल के मोबाइल का काॅल डिटेल जब निकलवाया गया तो पाया गया कि दोनों हत्यारों के बींच उसकी दोस्ती है। पुलिस ने मृतक के मित्र राम बिहारी उर्फ मनीष पुत्र मोचई निवासी रतनपुर पडोवा थाना महराजगंज को गिरफ्तारकर लिया गया। कड़ी पूंछताछ की गयी तो उसने स्वीकार किया कि उसने अपने मित्र अकरम पुत्र भोलू निवासी ग्राम रतनपुर तकिया थाना महराजगंज के साथ मिलकर प्रवेश की हत्या किया है। हत्या अभियुक्त ने बताया कि मृतक व वह दोनों मित्र थे और भवन निर्माण मजदूर का काम करते थे। प्रवेश पाल का विवाह एक साल पूर्व हुआ था और दहेज में उसे नई मोटरसाइकिल मिली थी। मोटरसाइकिल की लालच में प्रवेश पाल के हत्या की योजना 31 मई को बनायी गयी 1 जून को मया बाजार में प्रवेश पाल को बुलाया गया और उसी की मोटरसाइकिल अशोकपुर माझा गये। तीनो ने स्प्राइट की बोतल में शराब मिलाकर पिया तथा प्रवेश को अधिक शराब पिलाया। जब वह नशे में हो गया तो अकरम ने चाकू निकालकर गला रेतना शुरू किया। इस मध्य राम बिहारी प्रवेश पाल को दबोचे हुए था। अफरातफरी में छूरी रामबिहारी की उंगली में लगी जिससे वह कट गयी। पकड़े गये हत्यारोपी की निशानदेही पर मृतक की नई बाइक बरामद कर ली गयी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने हत्या का खुलासा करने वाले पुलिस दल प्रभारी निरीक्षक थाना महराजगंज जगदीश उपाध्याय, वरिष्ठ उप निरीक्षक संतोष कुमार त्रिपाठी, उप निरीक्षक राम नरेश वर्मा, आरक्षीगण सूर्य प्रकाश चतुर्वेदी, राजू सोनकर, राम कृष्ण यादव को पुरस्कृत करने की घोषणा किया है।