-दुर्गेश का शव मिलते ही ग्राम वासियों में शोक का लहर

मृतक दुर्गेश चौहान (फाइल फोटो )
अयोध्या।। नगर पंचायत कुमारगंज अंतर्गत पूरे गोस्वामी में राष्ट्रीय राजमार्ग अयोध्या- जगदीशपुर (फोरलेन)की निर्माण इकाई द्वारा कराई गई मिट्टी की निकासी के गड्ढे में डूब कर एक मासूम की जिंदगी खत्म हो गई। 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने शव निकाला।
गोसाईं का पुरवा निवासी दुर्गेश चौहान पुत्र काली प्रसाद उम्र लगभग 18 वर्ष अपने दोस्तों के साथ सुबह 10ः00 बजे घर से निकला। गांव से करीब 500 मीटर दूर पीएनसी द्वारा खोदे गए गड्ढे में नहाने के लिए जैसे ही कूदा वह डूब गया। दोस्तों ने काफी खोजबीन की मगर दुर्गेश का पता नहीं चला।
उसके बाद दोस्त लवकुश, रवि चौहान, दिनेश गोस्वामी ने 112 डायल कर पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोर कलीम को बुलाकर काफी खोजबीन कराई लेकिन असफल रही। सूचना पाते ही नगर पंचायत कुमारगंज के अध्यक्ष विकास सिंह भी मौके पर पहुंचे और पुनः गोताखोर से ढूंढने के लिए आग्रह किया पर स्थानीय गोताखोर असफल रहे।
थाना प्रभारी रतन सिंह ने बताया कि अयोध्या से आए बृजेश मांझी, कुलदीप मांझी, मनीष मांझी,प्रेमकुमार मांझी,आशीष मांझी राधेश्याम माझी तथा दिलीप कुमार मांझी गोताखोरों ने कड़ी मसक्कत के बाद शव को बाहर निकाला।
दुर्गेश का शव मिलते ही ग्राम वासियों में शोक का लहर दौड़ गयी। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया। इसके बाद थाना कुमारगंज की पुलिस ने शव का पंचनामा करा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
घटनास्थल पर उपस्थित लोगों ने चर्चा कर सवाल उठाया कि आखिर इस मौत का जिम्मेदार कौन है? क्या विभागीय अधिकारियों को खनन की जानकारी नहीं थी या खनन करने वाली निर्माण इकाई के पास इसके भराई का बजट नहीं था या विभागीय अधिकारियों की मिली भगत से दोनों ने मिलकर इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया यह जांच का विषय है।
पीएनसी के पूर्व मैनेजर मनीष सिंह से जब घटना के संबंध में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि रोड पर मिट्टी डालने का ठेका स्थानीय ठेकेदारों को दिया गया था किसानों से उन्होंने किस शर्त पर मिट्टी क्रय किया इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। फोरलेन को 1 वर्ष पूर्व राष्ट्रीय राजमार्ग को हस्तगत करा दिया गया था इसके लिए जिम्मेदार खनन विभाग ही कार्यवाही कर सकता है।