प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में लिया गया निर्णय
अयोध्या। उ0प्र0 प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर् में सम्पन्न हुई जिसका संचालन जिला मंत्री अजीत सिंह ने किया। बैठक में सभी ब्लाकों के अध्यक्ष मंत्री एवं जिला कार्यकारणी के सदस्य शामिल हुए। बैठक में एस0एम0एस0 और मोबाइल कॉल द्वारा उपस्थिति के बहिष्कार किया जाने का निर्णय लिया गया। वक्ताओं ने एक स्वर से विरोध दर्ज करते हुये स्कूल जाते समय सड़क दुर्घटना में मृत्यु शिक्षक के परिवार को एक करोड़ रूपये की अहेतुक सहायता प्रदान किये जाने की भी मांग की।
अपने संबोधन में जिला अध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने कहा कि उ0प्र0 के किसी भी जनपद में एस0एम0एस0 तथा मोबाइल कॉल से शिक्षकों की उपस्थिति की व्यवस्था नहीं है। और न ही शासन द्वारा इस प्रकार का निर्देश दिया गया है। इससे शिक्षकों पर मानसिक दबाव है। जिलामंत्री अजीत सिंह ने कहा कि मुख्य विकास अधिकारी का फरमान शिक्षकों के लिये मौत का फरमान शामिल हो रहा है, विद्यालय जाने की हड़बड़ी ने आशीष सिंह विशेन की जान ली शिक्षक ससमय विद्यालय पहुचकर एस0एम0एस0 और मोबाइल कॉल उपस्थिति का बहिष्कार करें। श्री सिंह ने कहा कि शिक्षकों पर पूर्वांग्रह ग्रसित होकर कार्यवाही की जा रही है, सभी पाठय पुस्तके अभी तक उपलब्ध नहीं कराई जा सकी कायाकल्प योजना में उदासीनता वरती जा रही है, और शिक्षकों पर गुणवत्ता के नाम पर की जाने वाली कार्यवाही उचित नहीं है। बैठक में मौजूद शिक्षक नेताओं ने एक स्वर से एस0एम0एस0 प्रणाली का विरोध किया। मृतक शिक्षक आशीष सिंह विशेन के परिवार को एक करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता की मांग की गयी। उक्त जानकारी देते हुए पूर्व जिला प्रवक्ता ओमप्रकाश यादव ने बताया की जिलाकोषाध्यक्ष वीरेन्द्र भारती, जिला उपाध्यक्ष अजय सिंह, मो0 गयास, सन्तोष यादव, पूर्व अध्यक्ष चक्रवर्ती सिंह, महेन्द्र यादव, विजय यादव, अनिल सिंह, जयहिन्द, मुकेश, योगेश्वर सिंह, शैलेन्द्र वर्मा, सत्येन्द्र गुप्त, विजय शुक्ल, सत्येन्द्र पाल सिंह एवं रामकृष्ण गुप्त ने विचार व्यक्त किया बैठक में आषुतोष त्रिपाठी, अविनाश पान्डेय, रामसुरेश, मो0 आरिफ खान, अबरार अहमद, धीरज शुक्ल, उमेश श्रीवास्तव, राममनोज शरण, राजनरायन सिंह, अनूप मिश्रा, जमाल अहमद, अमित मिश्रा, आलोकेश रंजन, अनिल मिश्रा, अलीमुर्तुजा आदि मौजूद रहें अन्त मे दिवंगत शिक्षक आषीश सिंह विसेन की आत्मा की शान्ति हेतु 2 मिनट का मौन रखा गया।