-हार्ट अटैक से पीड़ित शिक्षक के पिता ने मुकदमा दर्ज किए जाने हेतु पुलिस को दी तहरीर
अयोध्या। मिल्कीपुर शिक्षा क्षेत्र अंतर्गत कमपोजिट विद्यालय तेन्धा के इंचार्ज प्रधानाध्यापक को बीएसए द्वारा प्रताड़ित किए जाने के बाद उनको दिल का दौरा पड़ने के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। हार्ट अटैक के शिकार शिक्षक के पिता ने कोतवाली नगर पुलिस को तहरीर देते हुए प्रताड़ित किए जाने के आरोपी बीएसए संतोष कुमार राय के विरुद्ध तहरीर देकर मुकदमा कायम किए जाने की मांग की है। हालांकि पुलिस ने अभी प्रकरण में कोई प्राथमिकी नहीं कायम की है, अलबत्ता कोतवाली पुलिस ने छानबीन जरूर शुरू कर दी है।
बताते चलें कि बीते मंगलवार को शाम करीब 4 बजे बीएसए संतोष कुमार राय द्वारा शिक्षक विजय कुमार सिंह को अपने कार्यालय तलब दिया गया था जहां उनके द्वारा शिक्षक को खूब खरी-खोटी सुनाते हुए शिक्षक सेवा से बर्खास्त की जाने की धमकी तक दे डाली गई थी। मामला कोई खास नहीं केवल मिल्कीपुर ब्लॉक क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत सिधौना की प्रधान उमा सिंह एवं उनके पति महेंद्र प्रताप सिंह द्वारा अपने गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय बसा पुर सहित शिक्षा क्षेत्र स्थित लगभग एक दर्जन विद्यालयों में की जा रही वित्तीय अनियमितता की शिकायतें की गई थी। जिसमें महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद द्वारा एडी बेसिक अयोध्या मंडल रामसागर पति त्रिपाठी से जांच कराई गई जांच में 8 बिंदुओं पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका, खंड शिक्षा अधिकारी रिचा सिंह और बीएसए संतोष कुमार राय दोषी पाए गए यही नहीं राज्य सूचना आयोग द्वारा निर्धारित समयावधि में जन सूचना न उपलब्ध कराए जाने के चलते बीएसए एवं खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की तलवार भी लटक रही है।
अपने विरुद्ध कार्यवाही से बचने का बीएसए संतोष कुमार राय द्वारा एक नया तरीका ढूंढ निकाला गया और कंपोजिट विद्यालय तेन्धा के इंचार्ज प्रधानाध्यापक विजय कुमार सिंह पर शिकायती प्रकरण को पटाक्षेप कराए जाने का दबाव बनाने के क्रम में उन्हें विगत पखवारे पूर्व से अपने कार्यालय बुलाकर बर्खास्त किए जाने की धमकी दी जाने लगी थी। वहीं दूसरी ओर शिक्षक विजय सिंह को दिल का दौरा पड़ जाने के बाद समूचे प्रकरण को लेकर शिक्षक के पिता पूर्व प्रधान चंद्रेश सिंह द्वारा घटना की देर रात कोतवाली नगर में मुकदमा कायम किए जाने हेतु तहरीर दी गई। तहरीर में शिक्षक के पिता द्वारा आरोप लगाया गया है कि यदि उनके शिक्षक पुत्र के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटती है तो उसके जिम्मेदार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ही होंगे। उन्होंने संतोष कुमार राय द्वारा की गई प्रताड़ना को जान से मार डालने की एक सोची समझी नाकाम कोशिश बताया है। शिक्षक पिता ने प्रताड़ना के आरोपी बेलगाम एवं मन बढ़ बीएसए के आतंक से शिक्षक पुत्र सहित परिवार की प्राण रक्षा कराए जाने की गुहार की है।
बीएसए ने शिक्षक के विरूद्ध भेजा दस बिंदुओं का आरोप पत्र
अयोध्या । शिक्षा क्षेत्र मिल्कीपुर के कम्पोजिट विद्यालय तेंधा में बतौर इंचार्ज प्रधानाध्यापक तैनात विजय कुमार सिंह के मामले में बुधवार को नया मोड़ आया है। एक ओर जहां प्रधानाध्यापक के पिता की ओर से कोतवाली नगर में बीएसए के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए तहरीर दी गई है। वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने इंचार्ज प्रधानाध्यापक के विरुद्ध चल रही जांच पर दस बिंदुओं का आरोप पत्र जारी कर दिया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने बताया कि इंचार्ज प्रधानाध्यापक विजय सिंह के खिलाफ निर्माण में अनियमितता, निर्देशों के बाद भी स्कूल समय पर न आने, स्टाफ पर नियंत्रण न होने, संकुल शिक्षक के रूप में दायित्वों में लापरवाही समेत दस बिंदुओं का आरोप पत्र भेजा गया है। यदि आरोपित इंचार्ज प्रधानाध्यापक निर्धारित बिंदुओं पर संतोषजनक व तथ्यात्मक जवाब नहीं देते हैं तो उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिसमें निलम्बन तक किया जा सकता है। कोतवाल अश्विनी कुमार पांडेय ने बताया कि अभी वह बाहर से लौटे हैं, प्रकरण की जानकारी नहीं है। तहरीर आई होगी तो नियमानुसार जांच की जाएगी।
शिक्षक उत्पीड़न को लेकर शिक्षक संगठनों ने चढ़ाई आस्तीने
अयोध्या। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अयोध्या द्वारा शिक्षकों का उत्पीड़न किए जाने को लेकर अब जिले के दोनों शिक्षक संगठनों ने बी एस ए से आर पार की लड़ाई लड़े जाने हेतु आस्तीनें चढ़ा ली हैं। बुधवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा संचालित अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल बीएफ संतोष कुमार राय से मिलने पहुंचा। जहां शिक्षक नेता विश्वनाथ सिंह ने शिक्षक विजय कुमार सिंह का प्रकरण उठाया उन्होंने बीएसए से कहा कि ग्राम प्रधान सिधौना उमा सिंह एवं उनके पति महेंद्र प्रताप सिंह के प्रकरण में विजय सिंह का नाम कहां से आ गया विजय सिंह का उनके गांव के शिकायती प्रकरण से कोई दूर दूर तक लेना देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि विजय सिंह के खिलाफ अब तक की गई सारी कार्यवाही तत्काल समाप्त की जाए और शिक्षकों का उत्पीड़न बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यालय बंद होने के उपरांत अपरान्ह 1 बजे के बाद कोई भी शिक्षक आपके कार्यालय नहीं आएगा। प्रतिनिधिमंडल में मौजूद संगठन जिला अध्यक्ष संजय सिंह ने बीएसए को बताया कि शिक्षकों का उत्पीड़न अब बर्दाश्त किए जाने की सीमा लांघ चुका है। उन्होंने कहा कि यदि आज के बाद किसी शिक्षक के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया तो संगठन आर-पार की लड़ाई लड़ने को विवश होगा। इस मौके पर मिल्कीपुर ब्लॉक अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद रहे। वहीं दूसरी ओर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षकों को कार्यालय बुलाकर प्रताड़ित किए जाने पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने घोर निन्दा की है।
प्रांतीय ऑडिटर एवं जिलाध्यक्ष नील मणि त्रिपाठी ने कहा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का उक्त रवैया अमानवीय और शिक्षकों को अपमानित करने वाला है। शिक्षकों को कार्यालय बुलाकर डांटने- फटकारने पर संगठन ने कड़ी आपत्ति जताते हुए लिखित रूप से ज्ञापन भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिया था और मिलकर के वार्ता के माध्यम से भी ऐसा न किए जाने के लिए आगाह किया था। संगठन के बातों को अनसुनी कर दिया गया। जिला मंत्री चक्रवर्ती सिंह ने तेन्धा के इंचार्ज प्रधानाध्यापक विजय सिंह प्रकरण का हवाला देते हुए कहा एक तरफ शैक्षणिक कार्यों के अलावा अन्य प्रकार के विभागीय कार्यों के कारण शिक्षक मानसिक दबाव झेल रहा है।
वहीं पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अपने कार्यालय में बुलाकर उन्हें मानसिक प्रताड़ना एवं विद्यालय समय 1 घंटा पूर्व सेल्फी देने जैसे अपमानजनक कार्यवाही की परिणति है कि प्रधानाध्यापक विजय सिंह की हालत इतनी गंभीर हो गई कि उन्हें लखनऊ रिफर करना पड़ा। जिला कोषाध्यक्ष वीरेंद्र भारती ने प्रकरण की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इस मामले में संगठन चुप नहीं बैठेगा। उपरोक्त प्रकरण को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने गंभीरता से लिया है इस पर विचार विमर्श करने हैं आगामी 20 तारीख को जिला कार्यसमिति एवं ब्लाक इकाइयों की आपात बैठक बुलाई गई है, जिसमें वृहद आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी।