रालोद ने गन्ना किसानों की समस्याओं के त्वरित निदान के लिए सौंपा ज्ञापन
अयोध्या। गन्ना विभाग के अधिकारियों, गन्ना मफियाओ, चीनी मिल प्रबंधन तंत्र के मिलीभगत से व्यापक पैमाने पर हो रहा है गन्ना किसानों का शोषण रालोद जिलाध्यक्ष चौधरी राम सिंह पटेल ने 5 सूत्रीय मांग को लेकर जिलाधिकारी अयोध्या के प्रतिनिधिर रेजिडेन्ट मजिस्ट्रेट अयोध्या अशोक कुमार से मिलकर समस्याओं के त्वरित निदान करने की मांग किया है रालोद जिला अध्यक्ष चौधरी राम सिंह पटेल ने बताया गन्ना किसान विभागीय अधिकारियों के अनदेखी के कारण निराश और हताश है। अभी भी 10 प्रतिशत किसानों का सट्टा लगातार शिकायत के बाद गन्ना सर्वे शून्य है जिससे किसानों का गन्ना खेतों में खड़ा सूख रहा है एक महा से अनियमित पर्ची गन्ना विभाग के अधिकारियों, गन्ना माफिया, चीनी मिल के मिलीभगत से पर्ची निर्गत मे धांधली कर किसानों का शोषण किया जा रहा है जिससे किसान अपना गन्ना ओने पौने दाम पर बिचौलियों के हाथ कम दाम पर बेचने को मजबूर है गन्ना मूल्य भुगतान गन्ना तोल के महीनों बाद भी नहीं मिल पा रहा है जिससे किसान समस्याओं के भंवर में फसता जा रहा है और अपनी जरूरतों को नहीं पूरा कर पा रहा है ।पटेल ने यह भी बताया कि किसान वद्रीप्रसाद पुत्र राम राज कोड़ 11473/133, दीना नाथ पुत्र हृदय राम कोड़ 11093/501, राघव राम पुत्र मेडाई कोड़ 11348/41 आदि किसानों का सट्टा शुन्य है । समस्याओं को 25 फरवरी को गन्नाआयुक्त लखनऊ से मिल कर भी अवगत कराएँ और समय से समस्याओं का समाधान न हुआ तो जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय में ताला बन्दी कर धरना प्रदर्शन मार्च प्रथम सप्ताह मे करेगे। जिलाधिकारी से मांग किया है कि जिन गन्ना किसानों का अभी भी सर्वे शून्य व नये समिति के सदस्य है और अभी तक पर्ची नही जारी किया गया है उन किसानों को प्राथमिकता के तौर पर पर्ची निर्गत कराया जाए। इन्टर नेट से गन्ना कैलेंडर देखते समय कृषक कोड़ के अलवा बैंक खाता संख्या बिना दर्ज किये कैलेंडर नहीं दिखाया जा रहा है जो यह धाधंली छूपाने का काम है पूर्व की भांति नेट पर कैलेंडर देखने की व्यवस्था कराई जाए,गन्ना विकास समिति मसौधा, फैजाबाद आदि समितियों पर आये दिन गन्ना किसान समिति के सचिव से पर्ची निर्गत को लेकर तू तू मैं मैं हो रही है पर्ची निर्गत व्यवस्था नियमित कराया जाए । 4 चीनी मिलों में गन्ना तौल होने के बाद वजन पर्ची नहीं दी जा रही है पूर्व की भांति गन्ना तौल के बाद प्री वजन पर्ची और गन्ना डोगा मे गिरने के बाद भुगतान पर्ची दिलाया जाए, गन्ना मूल्य भुगतान गन्ना तौल के महीनों बाद भी नहीं मिल रहा है गन्ना नीति का पालन कराते हुए नियमित भुगतान कराया जाय की माँग किया।