कहा निजी चैनल डिवेट के दौरान हुए विवाद पर भाजपा नेताओं के इशारे पर प्रशासन ने फर्जी ढंग से मुकदमा दर्ज किया है
फैजाबाद। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व राज्यमंत्री तेजनारायण पाण्डेय पवन सहित सपा के नौ लोगों के ऊपर मुकदमा दर्ज करने पर समाजवादी पार्टी ने आक्रोश व्यक्त किया है। निजी चैनल डिवेट के दौरान हुए विवाद पर भाजपा नेताओं के इशारे पर प्रशासन ने फर्जी ढंग से मुकदमा दर्ज किया है जिसका समाजवादी पार्टी ने सपा कार्यालय लोहिया भवन में हुई मासिक बैठक में निन्दा की गयी। बैठक का संचालन जिला महासचिव बख्तियार खान ने किया। मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए सपा जिलाध्यक्ष गंगासिंह यादव ने कहा कि यदि सपा नेताओं पर मुकदमा वापस नहीं लिया गया तो समाजवादी पार्टी आर-पार की लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने शहरों का नाम बदलने का विरोध करते हुए कहा कि हर शहर के नाम से इतिहास जुड़ा होता है और इतिहास में बदलाव का अधिकार किसी को नहीं होना चाहिए। नाम बदलने से भ्रम पैदा होता है। नाम बदलने से प्रगति और विकास से कोई लेना-देना नहीं है। बैठक में मौजूद विधान परिषद सदस्य लीलावती कुशवाहा ने सपा नेताओं पर फर्जी मुकदमें की निन्दा की और कहा कि पार्टी मजबूती के साथ लड़ाई को लड़ेगी। नोटबन्दी के दो साल पूरे होने पर उन्होंने कहा कि नोटबन्दी एक तरह से आर्थिक इमरजेन्सी थी। नोटबन्दी ने मेहनतकश व ईमानदार लोगों की कमर तोड़ दी। नोटबन्दी देश का सबसे बड़ा महाघोटाला है। बैठक में मुख्य रूप से मौजूद जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि विमल सिंह राजू ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुटना होगा। सपा प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी ने बताया कि बैठक में सपा जिलाध्यक्ष ने सभी को निर्देशित किया कि आगामी 18 नवम्बर को अपने-अपने बूथों पर विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान में मौजूद रहकर नये मतदाताओं को सूची में शामिल कराना है व बोगस वोटों को सूची से हटवाना है। प्रवक्ता ने बताया कि बैठक में जिला उपाध्यक्ष बाबूराम गौड़, भागीरथी तिवारी, पूर्व प्रदेश सचिव छेदी सिंह, मोहम्मद हलीम पप्पू, जिला सचिव राम सुन्दर यादव, संजय यादव, हसन इकबाल, जय प्रकाश यादव, राम बहादुर यादव, अंसार अहमद बब्बन, पूर्व कोषाध्यक्ष सत्यनारायण मौर्या, एजाज अहमद, राम अचल यादव, शिवबरन यादव पप्पू, कृष्ण कुमार पटेल, वसी हैदर गुड्डू, देशराज यादव, डाॅ0 वेद प्रकाश यादव, दान बहादुर सिंह, छोटेलाल यादव, सनी यादव, शैलेन्द्र यादव, के0के0 गुप्ता, सरफराज नसरूल्ला, त्रिभुवन प्रजापति, ओपी पासवान, राकेश यादव, अरशद शेख, राजेश वर्मा, विनोद कुमार, देशदीपक वर्मा, राम लहू यादव, जमुना वर्मा, विन्देश्वरी यादव, सतगुरू प्रसाद यादव, अमरनाथ निषाद, ईश्वर वर्मा, रामसूरत तिवारी, इन्द्रसेन मौर्या, रामसिंह, रामपाल यादव आदि मौजूद थे।