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अखण्ड भारत का सिंध प्रदेश भारत का सिरमौर : लल्लू सिंह

-सिंधी शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ आयोजन


अयोध्या। केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय के नियंत्रणाधीन स्वायत्तशासी संस्था राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद के मार्गदर्शन में प्रदेश भर के सिंधी शिक्षकों को सिंधी भाषा के प्रसार हेतु “ सिंधी शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला“ के तीन दिवसीय प्रशिक्षण के आयोजन का पूज्य झूलेलाल सांई के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ पूर्व सांसद लल्लू सिंह ,विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के सदस्य प्रतिनिधि विश्व प्रकाश “रूपन“ने किया। आयोजक संस्था के अध्यक्ष सुमित माखेजा ने अतिथियों का शब्द सम्मान के साथ शाल “पाखर“ पहना कर स्वागत किया।

इस अवसर पर पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने कहा के अखण्ड भारत का सिंध प्रदेश भारत का सिरमौर है। विभाजन देश की आत्मा पर गहरा आघात है। भारी दुख पीड़ा सहकर अथक परिश्रम करके सिंधी भाषी हिंदुओं ने धर्म परिवर्तन न कर सनातन धर्म व संस्कृति की रक्षा की। हम उनका हृदय से सम्मान करते हैं। भाषा के प्रसार में राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद के निदेशक की लगन व मेहनत पर भूरि भूरि प्रशंसा करते भाषा के विकास में अपने स्तर से हर संभव प्रयास हेतु आश्वस्त किया।

केंद्र सरकार की इस संस्था के सदस्य प्रतिनिधि विश्व प्रकाश रूपन ने कहा कि भारत को सबसे अधिक गर्व का अवसर देने का काम सिंधु सभ्यता व सिंध प्रदेश ने दिया है, जिसे भारत को खण्डित करने का कुचक्र रचने वाले देश के भीतर छिपे भारत के दुश्मनों ने विभाजन कराकर व भूभाग अखण्ड भारत से काट दिया पर वो भारत को प्यार करने नागरिकों के मन में बसे अखण्ड भारत के विचार को विभाजन नहीं कर पाये क्योंकि सिंधी भाषा व संस्कृति को हम सब ने हृदय में बसाये रखा।

उ प्र सिंधी अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष व सिंधु सेवा समिति के अध्यक्ष अमृत राजपाल ने अयोध्या के सिंधी परिवारों से आह्वान किया कि सभी सिंधी भाषा से अवश्य ही शिक्षा ग्रहण करें। उन्होंने डा राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के सिंधी अध्ययन केन्द्र के सलाहकार सरल ज्ञाप्रटे, सिंधु एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष सुमित माखेजा व राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद के उत्तर प्रदेश से एक मात्र प्रतिनिधि विश्व प्रकाश रूपन द्वारा भाषा के प्रसार में दिये जा रहे अमूल्य योगदान की मुक्त कंठ से प्रशंसा भी की।

भाषा के प्रसार में किये जा रहे एसे कार्यक्रम हेतु राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद के उपाध्यक्ष डा मोहन मंघनानी, निदेशक प्रो डा रवि प्रकाश टेकचंदानी के साथ सभी योजनाकार सदस्य प्रतिनिधि मनीष देवनानी,डा अशोक मूलचंदानी,उमा जगतियानी,डा वंदना खुशालानी,भगतराम छाबड़ा, कविता आसनानी, डा कन्हैया लाल खटवानी,सीए तुलसी राम टेकवानी की प्रशंसा भी हुई।

इस अवसर शिक्षकों को प्रशिक्षण देने लखनऊ से सरस्वती तुलस्यानी व प्रिया का भी सम्मान पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने किया तो वहीं सिंधु सेवा समिति अयोध्या के नवनियुक्त अध्यक्ष व सिंधी अकादमी उ. प्र. के पूर्व उपाध्यक्ष अमृत राजपाल का शाल ओढ़ाकर सम्मान विश्व प्रकाश रूपन व सुमित माखेजा ने किया। इस अवसर पर दिल्ली राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद के मुख्यालय से पधारे अभिषेक राज का सम्मान शान ओढ़ाकर अमृत राजपाल, सुमित माखेजा व विश्व प्रकाश रूपन ने किया। कार्यशाला का संचालन संगीता खटवानी व आये सभी महानुभावों का आभार ज्ञापन कपिल हासानी ने किया।

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