सुसाइड नोट बरामद, आत्महत्या का कारण बीमारी दर्शाया
फैजाबाद। कद्दावर नेता स्व. मित्रसेन यादव के भांजे 48 वर्षीय महेन्द्र प्रताप यादव ने बीमारी से तंग आकर उसरू कृष्णानगर स्थित अपने आवास पर लाइसेंसी दो नली बंदूक से गले में गोली मारकर आत्महत्या कर लिया। मृतक आत्महत्या के पूर्व सुसाइड नोट भी लिखा था जिसमें कारण बीमारी दर्शाया गया है।
उसरू कृष्णा नगर में मकान बनवाकर 48 वर्षीय महेन्द्र प्रताप यादव पुत्र राम प्यारे यादव अपनी प्रधानाध्यापिका पत्नी और एक पुत्र व एक पुत्री के साथ रह रहे थे। उनकी पत्नी विमला यादव प्राथमिक विद्यालय कादीपुर विकासखण्ड मसौधा मे प्रधानाध्यापिका के पद पर कार्यरत है। 16वर्षीय पुत्र पुलकित व 8 वर्षीय पुत्री चिया स्कूल में पढते हैं। सोमवार की सुबह महेन्द्र प्रताप यादव की पत्नी विमला यादव और दोनों बच्चे स्कूल चले गये परन्तु कल्याणपुर इण्टर कालेज में लिपिक पद पर नियुक्त महेन्द्र प्रताप यादव स्कूल नहीं गये। बेटा पुलकित भी स्कूल पढ़ने नहीं जाना चाहता था परन्तु मां के कहने पर वह भी स्कूल पढ़ने चला गया था। बताते हैं कि दो साल पहले महेन्द्र प्रताप यादव दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हो गये थे तभी से वह दिमांगी चोट लगने के कारण वह परेशान रहते थे।
आत्महत्या करने का समय तय नहीं हो पाया है। पत्नी विमला यादव और दोनो बच्चे जब स्कूल से घर लौटे तो उन्होंने महेन्द्र प्रताप यादव को खून से लतपथ मृत अवस्था मंे दखा, दो नली बंदूक पास ही पड़ी हुई थी। घटना की सूचना पुलिस को दी गयी तो नवीन मण्डी पुलिस चैकी के प्रभारी मय हमराही मौके पर पहुंचे और तप्तीस शुरू किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौके का मुआयना करने के लिए सीओ व नगर कोतवाल भी घटना स्थल पर पहुंचे थे।