”अयोध्या के सौन्दर्यीकरण” से सम्बंधित चल रही ‘राष्ट्रीय ऑयल पेन्टिंग कार्यशाला’
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के ललित कला संस्थान तथा अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान मे ’’अयोध्या के सौन्दर्यीकरण’’ से सम्बंधित चल रही ’’राष्ट्रीय ऑयल पेन्टिंग कार्यशाला’’ में प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को विश्व प्रसिद्ध मूर्तिकार प्रमोद काम्बले महाराष्ट्र ने ’’स्केचिंग एवं पेन्टिग’’ के विभिन्न व्यावहारिक तकनीकों परिचित कराया। उन्होंने बताया कि मूर्ति सृजन में पेन्टिग के स्वरूप का चयन निर्मित मूर्ति का अर्न्तस्वरूप होता हैं।
फ्री हैण्ड पोट्रेट ड्राइंग का डेमोस्ट्रेशन देते हुए उन्होंने बताया कि कला एक साधना है जिस प्रकार संगीत में स्वरों का अभ्यास प्रतिदिन करना आवश्यक होता है उसी प्रकार चित्रकला में भी फ्री हैण्ड स्केचिंग का अभ्यास प्रतिदिन करना जरूरी हैं। स्केचिंग मे निपुण होना है तो कागज पर निडरता की भावना से रेखांकन करना होगा। काम्बले ने छात्र-छात्राओं को अपने विभिन्न क्षेत्रों में किये गये कलात्मक कार्यो से अवगत कराते हुए कहा कि हर कलाकार समाज को प्रेरणा और सकारात्मक संदेश देने के लिए कलाकृतियों का निर्माण करना चाहिए। कला के ऐसे माध्यमों में कार्य करना चाहिए जो इकोफ्रेंडली हो जिससे वातावरण सुरक्षित रहे। कार्यक्रम का संचालन करती हुई पेन्टिग कैम्प कार्यशाला की संयोजिका डॉ0 सरिता द्विवेदी ने बताया कि फ्री हैण्ड पोट्रेट ड्राइंग डेमोस्ट्रेशन फाईन आर्ट्स के छात्र-छात्राओं में गुणात्मक एवं सृजनात्मक कलाकृतियों के सृजन मे सहयोग प्रदान करता हैं, जिससे प्रतिभागी छात्र-छात्राओं के आत्मविश्वास मे वृद्धि हो सके।
कार्यशाला की आयोजन सचिव पल्लवी सोनी ने छात्र-छात्राओं को टेरा कोटा पद्धति आधारित मूर्तिकला के बारे में प्रशिक्षित करते हुये छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया। विभाग के समन्वयक प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रतिभागियों को पेन्टिग से सम्बंधित बारिकियों से प्रशिक्षित कराने के लिए प्रमोद काम्बले महाराष्ट्र को आमंत्रित किया गया है। इनके द्वारा छात्रों ने पेन्टिंग के कई तकनीकी जानकारी प्राप्त की। कार्यशाला के दौरान प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 मृदुला मिश्रा, डॉ0 अलका श्रीवास्तव, कुशाग्र पाण्डेय सहित छात्र-छात्राओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।