-मण्डलायुक्त ने टीम के साथ किया निरीक्षण, बाढ़ प्रभावित मजरों में सभी प्रकार की राहत सामाग्री भेजने के निर्देश
अयोध्या। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों में हो रही झमाझम बरसात से सरयू नदी अपने रौद्ररूप में आ रही है। सोहावल से तरबगंज को जोड़ने वाले राज्य हाइवे का उत्तरी सिरा कट जाने से दोनों जिलों का क्षेत्रीय सम्पर्क कट चुका है। सोहावल से ज्यादा तरबगंज क्षेत्र के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि सोहावल की दूरी महज 3 से 4 किलोमीटर जबकि तरबगंज की बाजारों व स्वास्थ्य केंद्रों की दूरी करीब 11 किमी पड़ती है।
बाढ़ की हालात का जायजा लेने गुरुवार को मंडलायुक्त गौरव दयाल पूरी टीम के साथ पहुंचे। कमिश्नर के साथ अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) महेन्द्र कुमार सिंह भी रहे। सोहावल तहसील में बाढ़ प्रभावित ग्राम मांझाकला व ढेमुआ पुल के पास सड़क के कटाव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण में कहा कि बाढ़ प्रभावित मजरों के लोगों को सभी प्रकार की राहत सामाग्री राजस्व कर्मियों के माध्यम से पहुंचाए जाएं। सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को बाढ़ राहत की सभी तैयारियां के साथ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को आवश्यक सुविधायें उपलब्ध कराने को निर्देशित किया। बाढ़ कैम्प पर चिकित्सा टीम, आवश्यक दवाएं उपलब्ध रखने को निर्देशित किया।
बाढ़ के दृष्टिगत बचाव एवं राहत कार्य की बाबत एडीएम ने बताया कि सम्भावित बाढ़ को देखते हुए पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था की गई है। जिससे आवश्यकता पड़ने पर बाढ़ प्रभावितों को सुगमता से सुरक्षित स्थल पर व बाढ़ कैम्प पहुंचाया जा सके। सभी तटबंधो, ग्रामों व क्षेत्रों में राजस्व विभाग व अन्य विभागों द्वारा सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत सतत् निगरानी रखी जा रही है। जनपद व तहसील स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसका 24×7 संचालन किया जा रहा है।
10 बाढ़ शिविर बनाए गए, बचाव में 37, चिकित्सा की 21 टीमें गठित
जनपद अयोध्या में बाढ़ के दृष्टिगत प्रभावित क्षेत्रों में आवश्कतानुसार तहसील सदर में 06, तहसील सोहावल में 01 एवं तहसील रूदौली में 03, कुल 10 बाढ़ केन्द्र/राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। राजस्व/स्वास्थ्य/पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी 15 जून से ही लगा दी गई है। बचाव एवं राहत को 37 तथा पशु चिकित्सा विभाग द्वारा 21 टीमों का गठन किया गया है।
तहसील सदर, सोहावल व रुदौली के उपजिलाधिकारी/तहसीलदार को सतत् निगरानी रखने, आवश्यकतानुसार खाद्यान्न वितरण व पशुओं के चारे का वितरण किया जा रहा है। मंडलायुक्त ने आकस्मिकता की स्थिति में किसी भी बाढ़ प्रभावित व्यक्ति/परिवार को कोई असुविधा न हो साथ ही उन्हें वहां पर प्रकाश, स्वास्थ्य, पेयजल, साफ-सफाई आदि का विशेष प्रबंध किये जाने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया।इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सो