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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा : मूर्ति निर्माण स्थल से होगा पूजन का शुभारंभ

-द्वादश अधिवास होंगे, प्राण प्रतिष्ठा संपन्न कराएंगे 11 यजमान

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी राम मंदिर निर्माण की तस्वीर

अयोध्या। श्री राम लला की मूर्ति का जिस कुटिया में निर्माण किया गया 16 जनवरी को पूजन का प्रारंभ इसी कर्म कुटी से होगा। इसके बाद मूर्ति का निर्माण करने वाले शिल्पी का प्रायश्चित पूजन होगा विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता और धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने बताया कि 17 जनवरी को श्री विग्रह का परिसर भ्रमण कराया जाएगा तथा गर्भगृह का शुद्धिकरण होगा।

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उन्होंने बताया कि 18 जनवरी से अधिवास प्रारंभ होगा दोनों समय जलाधिवास होगा साथ ही सुगंधि और गंधाधिवास भी होगा 19 जनवरी को प्रातः फल अधिवास और शाम को धान्य अधिवास होगा। इसी तरह 20 जनवरी को सुबह पुष्प और रत्न अधिवास शाम को घृत अधिवास होगा श्री तिवारी के अनुसार 21 जनवरी को प्रातः शर्करा, मिष्ठान और मधु अधिवास होगा,शाम को औषधि और शय्या अधिवास होगा ।भगवान राम सूर्यवंशी हैं और आदित्य भी द्वादश हैं इसलिए द्वादश अधिवास हो रहे हैं।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी राम मंदिर निर्माण की तस्वीर

इसके अलावा सोलह से 22 जनवरी तक चतुर्वेद यज्ञ होगा। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के ब्रह्मा गणेश्वर शास्त्री द्राविड़, प्रमुख आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित सुनील दीक्षित, गजानंद जोगकर, अनुपम दीक्षित, घटाटे गुरुजी प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान संपन्न कराएंगे इसमें 11 यजमान भी होंगे । 22 जनवरी को मध्य दिवस में श्री राम लला के विग्रह की आंखों से पट्टी खोली जाएगी और उन्हें दर्पण दिखाया जाएगा।

अयोध्या को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए आईटीएमएस सक्रिय

-रामनगरी अयोध्या को संवारने में प्रदेश की योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। अध्यात्म से लेकर पौराणिकता और शिक्षा-चिकित्सा से लेकर यातायात तक हर जगह सरकार की नजर है। यहां के लोगों का सफर सुरक्षित व यातायात सुगम हो, इसके लिए आईटीएमएस (इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) प्रॉजेक्ट भी शुरू किया गया। 2017 के बाद से अयोध्या के यातायात पर भी पूरा ध्यान दिया जाने लगा। सरकार ने इस योजना को शुरू कराया था, जो अब तकरीबन पूरा हो चुका है।

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20 चौराहों पर यह सिस्टम काम कर रहा है, वहीं दो अन्य चौराहों पर भी जल्द ही यातायात पर आईटीएमएस की नजर रहेगी। इस प्रॉजेक्ट की लागत लगभग 47.74 करोड़ रुपये है। अक्टूबर 2021 में इस कार्य को प्रारंभ किया गया था। 17 जनवरी 2022 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इसके प्रथम चरण का लोकार्पण किया जा चुका है। यह कार्य स्मार्ट सिटी योजना के तहत कराया गया है। अयोध्या के 20 स्थानों पर आईटीएमएस प्रॉजेक्ट शुरू हो गया है, जबकि न्यू बस अड्डा अयोध्या व एयरपोर्ट रोड (निर्माणाधीन) पर भी यह काम शुरू करने की योजना है, जिन जगहों से यातायात पर निगाहें रहेंगी, वे रिकाबगंज, सिविल लाइन, हनुमान गुफा, श्री राम अस्पताल, नया घाट, साकेत पेट्रोल पंप, देवकाली बाईपास, सुल्तानपुर बाईपास, रायबरेली बाईपास, सहादतगंज बाईपास, गुरु गोविंद सिंह चौराहा, पुलिस लाइन, टेढ़ी बाजार, उदया चौराहा, देवकाली तिराहा, गुदरी बाजार, पोस्ट ऑफिस चौराहा, नाका तिराहा, गुरु गोविंद सिंह, सहादतगंज हनुमानगढ़ी चौराहा, डीएम चौराहा हैं।

यहां कार्य पूर्ण कर ट्रैफिक सिग्नल शुरू किए गए हैं। टेक्नोसिस सिक्योरिटी सिस्टम प्रा. लिमिटेड की तरफ से इस पर काम हुआ। वहीं अमानीगंज जलकल परिषद में बने अस्थायी कंट्रोल कमांड सेंटर से नजर रखी जा रही है। मंगल पांडेय चौराहे पर सर्वे कार्य किया जा रहा है। प्रोजेक्ट मैनेजर निखिल श्रीवास्तव ने बताया कि सिग्नल के साथ कैमरे भी लगाए गए हैं। यातायात को सुगम रखने के लिए यहां एनाउंसमेंट की भी व्यवस्था की गई है। इसके जरिए समय-समय पर लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।

अयोध्या के 14 स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए हैं। इसके जरिए यात्रियों को समय-समय पर ट्रैफिक नियमों के बारे में जानकारी दी जाती है। सिग्नल के उल्लंघन पर मॉनिटरिंग रूम से चेतावनी भी दी जाती है। यही नहीं 20 स्थानों पर इमरजेन्सी कॉल बॉक्स लगाए गए हैं। किसी भी आपातकालीन स्थिति में यह बॉक्स कंट्रोल रूम को सूचना भेज देगा। आपात स्थिति में इससे काफी मदद मिलेगी।

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