-सरयू एक्सप्रेस में अर्धनग्न व घायल मिली महिला मुख्य आरक्षी लखनऊ मेडिकल कालेज रेफर
अयोध्या। सरयू एक्सप्रेस में मनकापुर से अयोध्या के बीच वारदात का शिकार हुई मेला ड्यूटी में तैनात महिला दीवान के मामले में रिपोर्ट दर्ज हो गई है। चौकसी के दावों के बीच पुलिस कर्मी के साथ हुई इस वारदात में विवेचना का जिम्मा संभालने वाली जीआरपी के साथ अधिकारियों की ओर से सिविल और आरपीएफ के साथ विशेष जाँच दस्तों को भी लगाया गया है, लेकिन एजेंसियों के पास तमाम सवालों का जवाब तलाशना बड़ी चुनौती है और इस चुनौती से पार पाने के लिए पुलिस को पीड़िता के ठीक से होश में आने का इंतजार है। महिला दीवान के भाई का कहना है कि बहन को कुछ होश तो आ गया है, लेकिन अभी वह कुछ बोल और बता पाने की स्थिति में नहीं है। वारदात की शिकार महिला मुख्य आरक्षी का विवाह नहीं हुआ था। सवाल यह है कि गोंडा और मनकापुर से कोई वास्ता न होने के बावजूद वह मनकापुर क्यों गई ? सुनसान रेलवे बोगी में अगर लूट का शिकार हुई तो उसे अर्धनग्न क्यों किया गया ? इसी डिब्बे में मौजूद और अब हिरासत में लिए गए शख्स को वारदात की जानकारी क्यों नहीं हुई ? क्या वारदात के समय महिला दीवान की ओर से कोई प्रतिरोध नहीं किया गया ? अथवा वारदात किसी परिचित ने अंजाम दी ।
बताते चलें कि बुधवार को सावन झूला मेला लेकर चौकसी के बीच एक महिला मुख्य आरक्षी के साथ वारदात का मामला सामने आया है। सुल्तानपुर से यहां मेला ड्यूटी में हनुमानगढ़ी पर तैनात महिला दीवान अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज को जाने वाली सरयू एक्सप्रेस में अर्धनग्न, बेहोश घायल हाल में मिली है। जीआरपी पुलिस की ओर से उपचार के लिए भेजवाये जाने के बाद हालत गंभीर देख उसको लखनऊ मेडिकल कालेज रेफर किया गया है। चौकसी के बीच हुई इस वारदात को लेकर पुलिस महकमें में हलचल है और जांच-पड़ताल के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं।
मनकापुर से प्रयागराज जाने वाली सरयू एक्सप्रेस बुधवार की भोर पौने चार बजे अयोध्या जंक्शन पहुंची तो प्लेटफार्म ड्यूटी पर तैनात जीआरपी सिपाही ने यात्रियों से सुनसान बोगी नंबर तीन में एक अर्धनग्न, बेहोश और रक्तरंजित बावर्दी महिला कर्मी के होने की सूचना दी। तत्काल जीआरपी चौकी पुलिस की ओर से मामले की सूचना अधिकारियों को दिए जाने के बाद महिला मुख्य आरक्षी को भोर चार बजे के बाद श्रीराम अस्पताल लाया गया तो डाक्टरों ने दर्शननगर मेडिकल कालेज और फिर डाक्टरों ने छह बजे लखनऊ मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक महिला दीवान की पहचान प्रयागराज जिले के सोरांव थाना क्षेत्र स्थित भदरी निवासी 45 वर्षीय सुमित्रा पटेल पुत्री स्व. भैय्याराम के रूप में हुई है, जो सुल्तानपुर से यहां मेला ड्यूटी में आई थी। उसके माथे और गले पर धारदार हथियार से वार के निशान मिले हैं। शरीर पर केवल शर्ट थी और पैंट नीचे खिसकी थी। रेलवे, सिविल और आरपीएफ के अधिकारियों ने मौका-मुआयना किया है। बोगी में मौजूद एक भिखारी टाइप शख्स को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
अज्ञात के खिलाफ लोकसेवक पर जानलेवा हमले की रिपोर्ट
-महिला मुख्य आरक्षी के साथ सरयू एक्सप्रेस में हुई वारदात के मामले में उसके भाई सचिन पटेल ने अयोध्या कैंट जीआरपी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। तहरीर में उसका कहना है कि उसकी बहन सुमित्रा पटेल सुल्तानपुर के नगर कोतवाली में मुख्य आरक्षी पद पर तैनात है और उसकी ड्यूटी अयोध्या मेले में लगाई गई थी। बुधवार को वह हनुमानगढ़ी ड्यूटी के लिए गोंडा के मनकापुर से सरयू एक्सप्रेस से अयोध्या आ रही थी, इसी दौरान किसी ने जान से मारने की नियति से धारदार हथियार से हमलाकर घायल कर दिया। अयोध्या जंक्शन पर जीआरपी व आरपीएफ ने उसको नीचे उतारा और उपचार के लिए भेजवाया तो दर्शननगर मेडिकल कालेज से लखनऊ रेफर कर दी गई। जीआरपी पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा, लोक सेवक को हमला करने और जानलेवा हमले की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है।
जीआरपी की एएसपी पूजा यादव ने बताया कि मेला ड्यूटी में तैनात एक महिला मुख्य आरक्षी के साथ सरयू एक्सप्रेस में वारदात हुई है। पीड़िता को उपचार के लिए भेजवाने के बाद गहन छानबीन करायी जा रही है।