लॉक डाउन के बीच अयोध्या से दवा लेने आया था
अयोध्या। देश प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर लॉक डाउन होने के बाद मानवता के सेवा में जुटी जनपद पुलिस का एक और चेहरा प्रकाश में आया है। पुलिसिया करतूत की वीडियो वायरल हो गई है। रामनगरी के चर्चित गौ सेवक की शहर पुलिस ने सरे चौराहे पिटाई ही नही कि बल्कि जमकर बेइज्जत किया। पीड़ित की ओर से मोबाइल पर एसपी सिटी को लिए जाने के बावजूद पुलिस ने अपना रवैया नहीं बदला।सूचना पर मौके पर पहुंचे एसपी सिटी ने पुलिस को फटकार लगाई और पीड़ित का वाहन छोडवाया। मामले में एक सादी वर्दी में मौजूद सिपाही समेत रिकाबगंज पुलिस की शिकायत आला अधिकारियों से की गई है। बताया गया कि रामनगरी अयोध्या के लक्ष्मण घाट का निवासी नागेश्वर नाथ मंदिर का पुजारी रितेश दास पुत्र स्व. राजेश मिश्रा अपनी भाभी की एक माह की दवा लेने रिकाबगंज चौक मुख्य मार्ग स्थित एडवर्ड मेडिकल स्टोर आया था। लावारिश गौवंशों के अंतिम संस्कार और उनकी सेवा सुश्रुषा के लिए चर्चित रितेश दास को शहर पहुंचने में विलंब हो गया। उधर लॉक डाउन लागू होने के चलते मेडिकल स्टोर बन्द हो गया। इसके बाद रितेश अपनी बाइक समेत वाया रिकाबगंज चौराहा वापस अयोध्या लौटने लगे। रितेश का आरोप है कि जैसे ही वह रिकाबगंज चौराहा पहुंचा कि चौराहे पर मौजूद रिकाबगंज चौकी इंचार्ज अमित कुमार ने उसको रोक लिया। रोके जाने के बाद उन्होंने पूरी बात बताई और कहा कि आने के पहले उसने सीओ सिटी से बात भी की थी। इसपर चौकी प्रभारी नाराज हो गए और कहा कि इसका वाहन सीज कर दो। प्रतिवाद करने पर मौके पर मौजूद एक सादी वर्दी के सिपाही ने उनके साथ बदसलूकी और मारपीट की उन्होंने तत्काल रो-रो कर मामले की जानकारी मोबाइल फोन पर एसपी सिटी को दी बावजूद इसके पुलिस कर्मियों ने अधिकारी का भी लिहाज नहीं किया और उनकी बाइक लेकर चौकी चले गए। रितेश का कहना है कि बदतमीजी और मारपीट करने वाला सिपाही भूपेंद्र पाल वर्तमान में राम जन्म भूम सुरक्षा ड्यूटी में तैनात है। वह अपने साथी चीता सिपाही शरद यादव के साथ मौजूद था। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी में हस्तक्षेप पर रितेश दास को बाइक वापस दिलाई। इस बाबत सोमवार को एसपी सिटी विजय पाल सिंह ने बताया कि लॉक डाउन के के दौरान बंदी का समय शुरू होने पर पुलिसकर्मियों ने बाइक सवार रितेश को रोका। मोटरसाइकिल सीट करने को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ। पीड़ित ने मामले की शिकायत अधिकारियों से की है।