– अब वक्त आ गया है कि मनुष्य को अपने प्रयासों के साथ देवीय व आध्यात्मिक उपायों पर भी ध्यान देना चाहिए : देवी प्रसाद महाराज
– यह बीज मंत्र स्वयं मां शारदा ने भिजवाई हैं
अमेरिका और इटली जैसे समृद्ध और मेडिकल सुविधाओं से अग्रणी देशों में कोरोना वायरस के कारण त्राहि त्राहि मची हुई है। इटली के प्रधानमंत्री ने रो रोकर बयान दिया कि हम भगवान के भरोसे हैं और अब हमें इस संकट से भगवान ही बचा सकता है। भारत में भी यह वायरस अपने पैर पसारते हुए तीसरे चरण में पहुंच गया है। पूरे विश्व में हजारों लोगों की मौत और लाखों लोगों के चपेट में आने के बावजूद आज भी कोरोना वायरस का पुख्ता इलाज नहीं ढूंढ़ा जा सका है। भारत में यह भयावह रूप ले सकता है। अब वक्त आ गया है कि मनुष्य को अपने प्रयासों के साथ दैवीय व आध्यात्मिक उपायों पर भी ध्यान देना चाहिए।
मध्य प्रदेश के मैहर में मां शारदा शक्तिपीठ के पूर्व प्रधान पुजारी श्री देवी प्रसाद जी महाराज ने बताया कि आज देश में कोरोना महामारी का संकट गहराता चला जा रहा है। मां शारदा ने स्वयं उन्हें इस पांच बीज मंत्र लिखने की प्रेरणा दी है और मेरे अंतरकरण में यह बीज मंत्र आते गए और इसे एक जगह पर लिख लिया गया है। वास्तव में यह मां द्वारा लिखे गए बीज मंत्र हैं। मां ने आदेश दिया है कि इस संकट की घड़ी में सभी लोग हनुमान जी की शरण में चले जाओ। पवनपुत्र हनुमान इस महामारी के संकट से निकाल सकने में पूरी तरह से सक्षम हैं। भारत के सभी नागरिकों से अनुरोध है कि इन बीज मंत्रों को हनुमान भगवान का स्मरण करते हुए सुबह शाम दोहराए। यह बीज मंत्र बहुत शक्तिशाली हैं और कोरोना वायरस समेत सभी नकारात्मक चीजों को निष्क्रिय करने के लिए बनाए गए हैं। यह बीज मंत्र इतने शक्तिशाली हैं कि यह किसी भी नुकसान पहुंचाने वाले विषाणुओं को निष्क्रिय कर सकती हैं और व्यक्ति के सर्वकल्याण में सहायक होती हैं। इन बीज मंत्रों को दोहराने से पूरे संसार को कल्याण होगा। देवी प्रसाद जी ने आत्मविश्वास के साथ कहा है कि इस बात पर कोई संदेह नहीं है कि इन बीज मंत्रों के श्रृद्धापूर्वक पाठ से कोरोना का असर खत्म हो जाएगा और देश फिर से सुचारु तौर पर चल पाएगा।
देवी प्रसाद महाराज ने बताया कि हमारे वेद पुराण कभी भी गलत नहीं बोलते हैं। स्वयं तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा में कहा कि नासे रोग हरे सब पीड़ा, जपत निरंतर हनुमंत बीरा। हनुमान जी सभी संकट को खत्म करने के लिए भी जाने जाते हैं। तुलसीदास जी ने कहा कि कौन सो संकट मोर गरीब को जो तुमने नहीं जात है टारो। भगवान हनुमान इस पूरी पृथ्वी के महामारी और अन्य तरह के संकट को हरने में पूरी तरह से सक्षम हैं। बस हम सभी लोगों को चाहिए कि श्रृद्धा के साथ इन बीज मंत्रों को नियमित तौर पर पाठ करते रहे और अपने प्रभू से अपने कल्याण व विश्व के कल्याणा की कामना करें।
मध्य प्रदेश के सतना के नजदीक मैहर में मां शारदा शक्तिपीठ के पूर्व प्रधान पुजारी श्री देवी प्रसाद महाराज पिछले 50 वर्षों से मां शारदा की सेवा में तत्पर्य थे। प्रचंड तेजस्वी और उर्जावान 76 वर्षीय देवी प्रसाद महाराज जी ने कुछ महीने पहले ही मां शारदा की गद्दी का पदभार का दायित्व छोड़ा है और अपना पूरा जीवन मां की सेवा में समर्पित कर दिया है। वह इससे पहले भी मां शारदा के निर्देशों अनुसार कई भजन, लेख और किताबें लिख चुके हैं।
पंचमुखी बजरंग कोरोना नाशक बीज मंत्र
ह्रां ह्रीं हनुमान कहो, घर के बाहर मती रहो ।
हं हं हं ह्रां हनुमन्ता, वेगि करहु कोरोना अन्ता ।
ह्रां ह्रां हनुमान विधाता, कृपा करो कोरोना जाता।
हनु हनु हनु हनुमत बजरंगी, तुम्ही करो संसार को चंगी।
पंचमुखी जै जै हनुमन्ता, हुंकार करो कोरोना अन्ता।