-निदेशक सीएचसी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें उत्तर प्रदेश करेंगे जांच
अयोध्या। शासकीय कर्तव्यों एवं पदेन दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने सहित कई अन्य आरोपों में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर जिला चिकित्सालय अयोध्या के प्रभारी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा बृज कुमार के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक अनुशासन एवं अपील नियमावली 1999 के नियम 7 के अंतर्गत विभागीय कार्रवाई प्रारंभ हो गई है।यह कार्रवाई राज्यपाल के आदेश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ डा पार्थ सेन शर्मा की ओर से जारी निर्देश पर प्रारंभ की गई है।
जिला चिकित्सालय पुरुष अयोध्या के प्रभारी प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के डॉक्टर बृज कुमार पर आरोप लगे हैं कि अनधिकृत रूप से अवकाश पर चले जाने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने, चिकित्सकों के खिलाफ कोई कार्यवाही न करने, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक का अस्पताल पर कमजोर नियंत्रण होने सहित कई अन्य आरोपों में प्रथम दृष्टा दोषी पाया गया है। उनके खिलाफ शासकीय कर्तव्यों एवं पदेन दायित्वों में लापरवाही इत्यादि आरोप में प्रथम दृष्ट्या दोषी पाए जाने के दृष्टिगत डॉक्टर बृज कुमार के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक अनुशासन एवं अपील के अंतर्गत विभागीय कार्यवाही प्रारंभ की गई है। उनके खिलाफ इस अनुशासनिक कार्यवाही में जांच करने के लिए निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें उत्तर प्रदेश लखनऊ को जांच अधिकारी बनाया गया है। जांच अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि एक माह में जांच पूरी कर शासन को रिपोर्ट सौंपें।
पहले भी आरोपों के दायरे में रहे हैं डा बृज कुमार
जिला चिकित्सालय पुरुष अयोध्या में प्रभारी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक के रूप में कार्यरत डा बृज कुमार पहले भी आरोपों के घेरे में रहे हैं।में जनपद में भी उन पर की संगीन आरोप लगे थे।उसकी जांच निदेशक प्रशासन डा गणपति राजा कर रहे हैं। जिला चिकित्सालय अयोध्या में प्रभारी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक रहते हुए छह करोड़ रूपए के सामानों की खरीदारी में भी उन पर आरोप है कि जिला चिकित्सालय में जो सामान निष्प्रयोज्य नहीं हुए हैं उनके स्थान पर नए समानों की डा बृज कुमार ने खरीद की है