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लोहिया के आर्थिक व सामाजिक विचारों को अपनाने की जरूरत : प्रो. मनोज दीक्षित

दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशव व कार्यशाला का हुआ आयोजन

अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया आर्थिक नीति एवं विकास अध्ययन केन्द्र एवं अर्थशास्त्र तथा ग्रामीण विकास विभाग, डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के सयुंक्त तत्वाधान में 6-7 मार्च, 2019 को दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन एवं कार्यशाला का आयोजन होटल विजय पैराडाइज रिंग रोड, लखनऊ में किया गया। राष्ट्रीय अधिवेशन एवं कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि मुम्बई विश्वविद्यालय, मुम्बई के प्रो0 अशोक गजानन मोदक, नेशनल रिसर्च प्रोफ़ेसर, मानव संसाधन मन्त्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली एवं डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर मल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने लोहिया अध्ययन केंद्र की प्रासंगिकता के औचित्य को विश्लेषित करते हुए कहा कि आज के समाज में लोहिया जी के आर्थिक एवं सामाजिक विचारों से प्रेरित होने की आवश्यकता है। प्रो0 दीक्षित ने लोहिया के राजनीतिक एवं सामाजिक सघर्षों पर विस्तृत प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो0 अशोक गजानन मोदक ने डॉ0 लोहिया के आर्थिक चितंन भारतीय समाज के अनुरूप रहे। सामाजिक एवं राजनीतिक विषयों पर उन्होंने विशद व्याख्या की। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो0 मनोज अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार के0 विक्रम राव, डॉ0 शकुन्तला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ के अवकाश प्राप्त डीन अकादमिक प्रो0 ए0 पी0 तिवारी, जय नारायण पी0 जी0 कॉलेज लखनऊ की अर्थशास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ0 भारती पाण्डेय, आगरा से वरिष्ठ राजनीतिक एवं सामाजिक चिन्तक सी0 पी0 राय, डॉ0 शकुन्तला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ के अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो0 राशिकृष्ण सिन्हा, अवध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो0 पी0 के0 सिन्हा, राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्याल के पूर्व निदेशक प्रो0 वी0 एन0 सिंह ने डॉ0 लोहिया से सम्बन्धित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
राष्ट्रीय अधिवेशन एवं कार्यशाला के सयोजक प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने कार्यशाला के मुख्य उद्देश्य, डॉ0 लोहिया अध्ययन केंद्र हेतु सत्र 2019-20 में केंद्र द्वारा आरम्भ किये जाने वाले परास्नातक पाठ्यक्रम के लिए विषय एवं प्रश्नपत्रों का निर्धारण किया गया, एम0 फिल0 तथा पी0एच0 डी0 के सयुंक्त पाठ्यक्रमों के साथ अल्प अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रमों को भी चलाने पर भी सहमति बनी। इस कार्यशाला में लोहिया के जीवन परिचय एवं उनके मिशन, लोहिया एक पैगम्बर के रूप में तथा अन्य भारतीय विचारकों का तुलनात्मक अध्ययन, लोहिया जी के मार्क्सवाद के सम्बन्ध में विचार, समता विषयक चर्चा प्रमुखता से रहा।
इस दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन एवं कार्यशाला में प्रमुख रूप से अवध विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद सदस्य ओम प्रकाश सिंह, अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण की विभागाध्यक्ष प्रो0 मृदुला मिश्रा, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, डॉ0 प्रिया कुमारी, डॉ0 प्रदीप त्रिपाठी, डॉ0 अल्का श्रीवास्तव, वि०वि० के दृश्यकला विभाग की सरिता द्विवेदी, पल्लवी सोनी, उन्नाव पी0जी0 कॉलेज की डॉ0 सविता देवी, राजकीय डिग्री कॉलेज, अलीगढ के डॉ0 जय प्रकाश वर्मा, विश्वविद्यालय के डॉ0 संदीप कुमार, जय नारायण पी0 जी0 कॉलेज के डॉ0 मानस मणि तिवारी, डॉ0 धुरन्धर यादव, डॉ0 सुधीर सिंह, डॉ0 संजय शुक्ल माल डिग्री कॉलेज, लखनऊ, नेहा सिंह शोध छात्रा, पूर्व विभागध्यक्ष साकेत महाविद्यालय के डॉ० आर० एन० शुक्ल की उपस्थिति रही।

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Written by Next Khabar Team

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