कहा- देश को सिविल वार की ओर ले जा रहे मौजूदा हालात
रूदौली । देश के मौजूदा हालात देश को सिविल वार की ओर ले जा रहे है ऐसे में मुस्लिम समाज की राजनीति में भागी दारी सुनिश्चित हो।जिससे मुस्लमान राजनीति मुख्य धारा में बनी रहे।
उक्त बातें प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री सपा के कद्दावर नेता आज़म खान ने मशावर्ती कमेटी की मीटिंग के बाद रूदौली नगर में स्थित इरशाद मंज़िल में कही ।उन्होंने कहा जब देश में कोई बदलाव आये और देश में बनने वाले महा गठबंधन में मशावर्ती कमेटी की भागीदारी सुनिश्चित हो और महज मुस्लिमो को राजनीतिक दल वोट बैंक न समझे।गठबंधन के उम्मीदवारों के चयन में मशावर्ती कमेटी की प्रादेशिक बैठक में पारित प्रस्ताव के बारे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि आगामी लोक सभा चुनाव में महा गठबंधन के किसी भी दल का कोई भी उम्मीदवार ऐसा न हो जो राष्ट्र विरोधी,चरित्र हनन का दोषी हो चाहे वह किसी भी धर्म का हो।उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कोई भी उम्मीदवार मुल्क दुश्मनी,मुसलिम दुश्मनी,बदनामें ज़माना को टिकट न दे।ऐसे उम्मीदवार का विरोध मशावर्ती कमेटी करेगी।उन्हीने यह भी कहा कि आने वाले राजनीतिक बदलाव में अच्छे लोग शामिल हो और साफ सुथरे मुस्लमानों की भी शामिल किया जाये।उन्होंने भाजपा पर तंज करते हुए कहा कि इस देश को धर्म वाले ही बदनाम कर रहे है।1947 में पंडित नेहरू,सरदार बल्लभ भाई पटेल और मौलाना आज़ाद के कहने पर मुस्लमान इस देश में रुके।यह विकल्प हिन्दू भाइयों के पास नहीं था कि वह हिंदुस्तान में रहे या पाकिस्तान में रहे यह विकल्प सिर्फ मुसलमानों के पास था ऐसे में मुसलमानों को आने वाले चुनाव के महा गठबंधन में सिर्फ वोट बैंक न समझ कर साफ सुथरी छवि वाले मुसलमानों को प्रतिनिधित्व भी दिया जाय।महा गठबंधन के बनने वाले मेनोफेस्टो में मशावर्ती कमेटी की राय भी शामिल की जाये।इस अवसर पर सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सै0 अब्बास अली ज़ैदी उर्फ़ रुश्दी,विधायक अब्दुल्लाह आज़म खान,जिलाध्यक्ष गंगा सिंह यादव,मो0 फहीम खान विधायक बिलारी,चेयर मैन जब्बार अली,हाई कोर्ट के अधिवक्ता मुश्ताक़ अहमद सिद्दीक़ी आदि लोग मौजूद रहे।