-कर्बलाओ में ताजिए किए गए सुपुर्द ए खाक, सुरक्षा को लेकर पुलिस रही मुस्तैद
अयोध्या। या हुसैन अलविदा की सदाओं और आंसुओं की बारिश के बीच शनिवार को विभिन्न कर्बलाओं में ताजियों को सुपुर्द ए खाक किया गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक मातमी जुलूस निकल कर कर्बला पहुंचे जहां परंपरागत ढंग से ताजियों को सुपुर्दे खाक किया गया। दो महीने आठ दिन तक चलने वाले मोहर्रम के प्रमुख दस दिनों के शनिवार को अंतिम दिन इमामबाड़ों और चौक पर रखे जाने वाले ताजियों को दफनाया गया। नगर क्षेत्र में राठहवेली, कश्मीरी मोहल्ला, हसनू कटरा, मोती मस्जिद, हैदरगंज, नहरबाग, वजीरगंज जप्ती आदि क्षेत्रों से ताजिए उठा कर सुपुर्द ए खाक करने का सिलसिला शनिवार सुबह सात बजे से शुरू हो गया जो देर शाम तक चला।
बीकापुर तहसील क्षेत्र के तमाम जगहों पर शनिवार को अकीदत के साथ मोहर्रम का पर्व मनाया गया। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस जगह-जगह मुस्तैद रही। ताजिया का जुलूस निकालने के दौरान मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करके नौहा ख्वानी और सीना जनी करके गम का इजहार किया गया। गमगीन माहौल में ताजिए कर्बला में सुपुर्द ए खाक किए गए। बीकापुर कस्बे के अलावा पुलिस सर्किल एवं तहसील क्षेत्र के खजुरहट, चौरे बाजार, सोनखरी, रामपुर भगन, गंडई, तारुन, हैदरगंज, शाहगंज सहित विभिन्न स्थानों पर गमगीन माहौल में ताजिया का जुलूस निकाला गया।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बीकापुर कोतवाली पुलिस के अलावा संबंधित थानों और चौकी की पुलिस मुस्तैद रही। बीकापुर कस्बे में गमगीन माहौल के दौरान निकाले गए ताजिया जुलूस में सभासद बृजभूषण राजन पांडे, समाजसेवी महमूद अहमद, असलम सहित तमाम लोग शामिल हुए। बताते हैं कि मुस्लिम समुदाय के लोग मोहर्रम का त्यौहार पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करने के रूप में मनाते हैं। निकाले गए ताजिया जुलूस में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। पुलिस क्षेत्राधिकारी डॉ राजेश तिवारी ने बताया कि पुलिस सर्किल क्षेत्र के सभी स्थानों पर ताजिया का जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ है।
मिल्कीपुर प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र में अकीदत के साथ मोहर्रम का पर्व मनाया गया। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस जगह-जगह मुस्तैद रही। ताजिया का जुलूस निकालने के दौरान मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करके नौहा ख्वानी और सीना जनी करके गम का इजहार किया गया। गमगीन माहौल में ताजिए कर्बला में सुपुर्द ए खाक किए गए। मिल्कीपुर सर्किल के थाना कोतवाली इनायत नगर, थाना कुमारगंज व थाना खण्डासा देवगांव, खिहरन , अलीपुर खजूरी, अमानीगंज सहित क्षेत्र के 37 स्थानों ताजिया सुपुर्द ए खाक किया गया । तहसील क्षेत्र के शाहगंज, मेहदौना, खिहारन ,अलीपुर खजूरी, सिडसिड, अमानीगंज, देवगांव, जोगियापुर सहित 223 स्थानों पर ताजिया रखी गई थी। शनिवार को आज गमगीन माहौल में ताजिया का जुलूस निकाल कर ताजिया दारो ने ताजियों को कर्बला ले जाकर दफन कर दिया। सुबह से ही प्रभारी निरीक्षक व थानाध्यक्षों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद राखी ताकि कहीं पर कोई आप्रिये घटना न होने पाए। उप जिलाधिकारी मिल्कीपुर राजीव रतन सिंह क्षेत्राधिकारी आशीष निगम पर पल की अपडेट सुरक्षा में लगे सेक्टर मजिस्ट्रेट व थानाध्यक्षों से लेते रहे। हो रही रिमझिम बरसात के बीच ड्रोन कैमरे से जुलूस व कर्बला की निगरानी पुलिस टीम करती रही, रिमझिम बरसात के बीच ताजिया सुपुर्द ए खाक खाक हुई। समाजसेवी मोहम्मद इस्माइल द्वारा ताजियादारो व जुलूस में शामिल लोगों को जलपान भी कराया गया।
क्षेत्राधिकारी आशीष निगम ने बताया की कहीं पर किसी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न नहीं हुई सकुशल मोहर्रम के त्यौहार को संपन्न कर दिया गया। इस मौके पर जिला पंचायत प्रत्याशी रहे मोहम्मद इस्माइल, खिहारन प्रधान अजीत मौर्य,रवी उल्ला, सब्बीर, गुलजार,लाला, सम्हाल, खुशी मौर्या, दुर्गा प्रसाद, खुशीराम ,राजकरन, रोहित जायसवाल,राम कुमार प्रजापति सहित चौकी इंचार्ज बारुन अक्षय पटेल पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे। इसी तरह मया बाजार में अकीदतमंदों ने इमाम हुसैन की शहादत की याद में मजलिस की जिसमें मौलाना मोहम्मद मुस्तकीम क़ादरी वा हाफ़िज़ मोहम्मद मेराज ने सरकार इमाम हुसैन की सहादत की शान में नातिया कलाम पेश किये।मौलाना मोहम्मद मुस्तकीम क़ादरी ने सरकार इमाम हुसैन के बयानात पेश किये। आज दोपहर बाद से खिच्चर वा छबील का वितरण सरकार इमाम हुसैन की शान में शाम तक चलता रहा। अन्त में मया बाजार के कर्बला में 06ः30 बजे कनकपुर प्राइमरी स्कूल के पीछे बेलाताली में ताजिये हुये। इस अवसर पर मास्टर मुबारक़ अली इदरीशी, मोहम्मद कैफ़ इदरीशी, मोहम्मद अन्सार (राहत), मोहम्मद अली, वारिस अली, मोहर्रम अली, मोहम्मद शालू, मोहम्मद अरमान सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहें।