-लोकतंत्र पर बढ़ते हमले के खिलाफ वाम जनवादी दलों द्वारा 11 को लखनऊ में होगी रैली
अयोध्या। संविधान और लोकतंत्र पर बढ़ते हमले के खिलाफ वाम जनवादी दलों द्वारा 11 अक्टूबर को लखनऊ के इको गार्डेन में आयोजित संविधान बचाओ – लोकतंत्र बचाओ रैली की तैयारी पूरे जिले में व्यापक स्तर पर की जा रही है। जिले के तमाम गांवों -बाजारों में पर्चा वितरण व आम जनता से जुड़े मुद्दों पर एक महीने से मजदूरों, किसानों, युवाओं और छोटे कारोबारियों से संवाद किया जा रहा है। उक्त आशय की जानकारी मंगलवार को वामदलों के नेताओं ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दी।
भाकपा जिला सचिव अशोक कुमार तिवारी,भाकपा (माले) जिला प्रभारी अतीक अहमद और वरिष्ठ भाकपा नेता सूर्यकांत पाण्डेय ने कहा कि मोदी सरकार के विगत नौ वर्षों के शासनकाल में संवैधानिक मूल्यों और मर्यादाओं को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया है। ईडी, सीबीआई समेत सभी जांच एजेंसियों को विपक्ष के नेताओं व जनपक्षधर पत्रकारों को डराने – धमकाने और उनको अपने पाले में करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। अथक परिश्रम से निर्मित सार्वजनिक संपत्तियों को भ्रष्ट और लुटेरे कारपोरेट घरानों के हवाले किया जा रहा है। वाम नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार कृषि भूमि और समूची कृषि को कारपोरेट के हवाले करने पर अमादा है।
एमएसपी की गारंटी के वादे से सरकार मुकर गई है। सरकारी शिक्षण संस्थाओं और स्वास्थ्य सेवाओं को योजनाबद्ध तरीके से नष्ट किया जा रहा है, जिसके चलते सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य गरीबों की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग को आबादी के अनुसार आरक्षण का समुचित लाभ व भागीदारी मिले, इसके लिए उठ रही जाति आधारित जनगणना की लोकप्रिय मांग से मोदी सरकार पीछे भाग रही है।
मंहगाई और बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। देश के कारपोरेट पूंजीपति मालामाल हो रहें हैं और आम जनता गरीब होती चली जा रही है। प्रदेश में कानून का राज गायब है आए दिन हत्या, बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। उत्तर प्रदेश सांप्रदायिक नफरत और दमन का केंद्र बन चुका है। वामदलों के नेताओं ने आम जनता से रैली को सफल बनाने का आह्वान किया है।