-अयोध्या की संस्कृति विश्वपटल पर स्थापित होः प्रो. हिमांशु शेखर सिंह
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबन्ध एवं उद्यमिता विभाग के एम0बी0ए0 टूरिज्म एवं एम0बी0ए0 हास्पिटालिटी के छात्रों द्वारा अयोध्या स्थित होटल रामिला कुटीर में इण्डियन एसोसिएशन आफ टूअर आपरेटर (आई0ए0टी0ओ0) के सदस्यों का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। सोमवार को लखनऊ से आई0ए0टी0ओ0 के अयोध्या भ्रमण दौरान एमबीए टूरिज्म एवं हास्पिटालिटी के छात्रों एवं शिक्षकों द्वारा पुष्प भेटकर स्वागत किया गया। एमबीए विभाग द्वारा आई0ए0टी0ओ0 से पहले अनुबंध किया गया है। जिसमें छात्रों को प्लेसमेंट एवं ट्रेनिंग प्रदान की जा रही है।
इस अवसर एमबीए विभागाध्यक्ष प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह ने सदस्यों को बताया कि पौराणिक नगरी अयोध्या प्रभु श्रीराम के नाम से जानी जाती है। इसकी महत्ता विश्वपटल पर स्थापित है। उन्होंने आई0ए0टी0ओ0 के सदस्यों से कहा कि अयोध्या के पौराणिक स्थलों एवं संस्कृति का बारीकी से अवलोकन करते हुए विश्वपटल पर प्रचारित करें, जिससे अयोध्या में टूरिस्ट आकर्षित होकर अयोध्या की प्राचीनतम संस्कृति से रूबरू हो सके।
प्रो0 हिमांशु शेखर ने कहा कि यहां अधिक से अधिक टूरिस्ट आने से छात्रों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। वहीं आई0ए0टी0ओ0 उत्तर प्रदेश एवं उत्राखण्ड के चेयरमैन प्रतीक हीरा ने सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि अयोध्या की धरती में प्रभु श्रीराम बसते है। अयोध्या के विद्यार्थी यहां की संस्कृति से टूरिस्ट को अच्छे तरीके से बता सकते है। सदस्य पंकज सिंह ने विभाग और विश्वविद्यालय प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान डॉ0 आशीष पटेल, डॉ0 अंशुमान पाठक, डॉ0 रामजी सिंह, डॉ0 रामजीत सिंह, डॉ प्रवीण राय, डॉ0 महेन्द्र पाल सिंह छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।