– मेजर ध्यानचंद खेल उत्थान समिति ने कोरोना काल में 459 मरीजों को दिलाया ब्लड
अयोध्या। अंतराष्ट्रीय थैलीसीमिया दिवस के परिपेक्ष्य में मेजर ध्यान चन्द खेल उत्थान समिति के संस्थापक व जिले में रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता आकाश गुप्त ने कहा है कि कोरोना महामारी के चलते देश के सभी ब्लड बैंकों में ब्लड की बड़ी समस्या बनी हुई है और आने वाले दिनों में ब्लड को लेकर हाहाकार होगा और इसमें कतई शक नहीं कि थैलीसीमिया, किडनी, कैंसर,एनीमिया आदि गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की जान भी ब्लड के अभाव में जा सकती है। कोरोना के पहले लहर में भी देश के सभी ब्लड बैंकों में ब्लड का स्टॉक शून्य हो गया था लिहाजा ब्लड को लेकर शासन-प्रशासन से लेकर समाजसेवी संस्थाओं को गंभीर होने की जरूरत है,अन्यथा न जाने कितने मरीजों की मौत समय पर खूंन न मिल पाने के कारण होगी।
उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि मेडिकल गाइड लाइन के अनुसार कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद युवा चाहकर भी 28 दिन से पहले ब्लड डोनेट नहीं कर सकते, लिहाजा युवा कोरोना वैक्सीन लगवाने से पहले रक्तदान जरूर करें ,जिससे उनके रक्त से किसी जरूरतमंद को जीवनदान मिल सकें।
उन्होंने कहा कि थैलीसीमिया एक अनुवांशिक बीमारी है और थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों का जीवनकाल अधिकतम 15 साल होता है और इन्हें हर महीने एक से दो यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है और उन्हें ब्लड की जरूरत जीवन के अंतिम सांस तक बनी रहती है।लिहाजा शादी से पूर्व वर व कन्या के ब्लड ग्रुप व उनके रक्त की जांच अनिवार्य रूप से कराई जानी चाहिये जिससे थैलीसीमिया मुक्त भारत निर्माण का सपना साकार हो सकें और थैलीसीमिया पीडित बच्चो के परिजन संस्था से सम्पर्क करके कभी भी ब्लड प्राप्त कर सकते है। आगे उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे संस्था द्वारा अभी 450 से ज्यादों जरूरतमन्दों को ब्लड मुहैया कराया गया है,जो अयोधया मंडल का सर्वोच्च रिकार्ड है,जिसके लिए संस्था को सीएमएस द्वारा शील्ड व प्रमाणपत्र देकर सम्मानित भी किया जा चुका है।