आस्था की डुबकी लगाकर किया दान पुण्य
अयोध्या। धर्मनगरी अयोध्या में मकर संक्रान्ति पर्व पर हजारों श्रद्धालुओं ने मंगलवार को पावन सरयू सलिला में आस्था व पुण्य डुबकी लगायी साथ ही दानकर पुण्य लाभ अर्जित किया। ब्रम्ह मुहूर्त से ही श्रद्धालु सरयू में स्नान कर रहे थे, जिसका सिलसिला दोपहर बाद समाप्त हो गया। सरयू स्नान के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्राचीन नागेश्वरनाथ मन्दिर में भोले बाबा का जलाभिषेक भी किया। साथ ही हनुमानगढ़ी, कनकभवन व रामजन्मभूमि समेत अन्य मन्दिरों में दर्शन-पूजन कर प्रसाद चढ़ाया। मकर संक्रान्ति स्नान को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बन्दोबस्त किए हुए थे। सरयू स्नान घाटों की तरफ जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेटिंग लगा दिए गयी थी, जिससे कोई भी वाहन घाटों पर न जा सकें। यहां तक कि दो पहिया वाहन भी सरयू तट पर नही जाने पाये। सरयू स्नान को देखते हुए मंगलवार की सुबह से लेकर दोपहार तक पुराने सरयू पुल को बंद कर दिया गया था, जिससे उधर से आने-जाने वाले वाहनों का आवागमन पूरी तरह से ठप रहा। नयाघाट बंधा तिराहे पर बैरियर लगाकर पुलिस के जवान तैनात थे। जो सरयू स्नान घाट की तरफ जाने वाले वाहनों को वहीं रोक रहे थे। पुलिस के आलाधिकारी भी इस स्नान पर अपनी नजर गड़ाये हुए थे। वह अपने मातहतों से पल-पल की जानकारी भी लेते दिखे। जहां मकर संक्रान्ति स्नान सकुशल निपट जाने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली। वहीं सरयू के स्नान घाटों पर अव्यवस्थाओं का भी बोलबाला रहा। जगह-जगह गन्दगी बिखरी रही। उस पर न तो नगर निगम की नजर पड़ी और नही किसी अधिकारी की, जिससे गन्दगी को तत्काल हटवाया जा सके। महिलाओं के कपड़े बदलने वाले चेजिंग रूम में कुछ पर तो लोगों का कब्जा रहा। जिस पर ताला लगा हुआ था और जो चेंजिग रूम खुले भी रहे तो उसमें गन्दगी पड़ी हुई थी। जिसके कारण महिलाओं ने चेंजिंग रूम से परहेज रखा। महिलाओं को कपड़े बदलने के लिए बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यह वही अयोध्या है, जिसके कायाकल्प को बदलने के लिए पीएम मोदी से लेकर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ तक ने अपने सरकारी खजाने का पिटारा खोल दिया है। यहां तक कि योगी का पूरा ध्यान धर्मनगरी अयोध्या के विकास पर है। वह सीएम बनने के बाद कई बार अयोध्या आ भी चुके हैं। लेकिन रामनगरी का हाल वहीं का वहीं है जहां वह पहले थी।