पत्र लेखन से शब्दों का ज्ञान सम्भव : हरे कृष्ण यादव

by Next Khabar Team
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-कनोसा कान्वेंट स्कूल के छात्राओं ने बताया आधुनिक युग में पत्रों का महत्व

अयोध्या। कनोसा कान्वेंट गर्ल्स इण्टर कालेज में डाक विभाग की ढाई आखर पत्र लेखन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के अंतर्गत “आधुनिक युग में पत्रों का महत्व“ विषय पर 1170 छात्राओं सहित दर्जनों शिक्षिकाओं ने भी पत्र लिखा । इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए अयोध्या मण्डल के प्रवर अधीक्षक हरे कृष्ण यादव के कहा कि सोशल मीडिया के क्रान्ति युग में आज की युवा पीढ़ी में पत्र लेखन के प्रति रुचि कम होती जा रही है विद्यार्थी केवल प्रतियोगी परीक्षा के लिए पत्र लेखन का अभ्यास करते है जबकि पहले एक-एक शब्द पर गहनता से विचार करके हृदय के उद्गारों को पत्र पर लिखा करते थे जो पाठक के हृदय को भाव विभोर कर दिया करता था।

पत्र लेखन के लिए शब्दो का अच्छा ज्ञान होना आवश्यक है जबकि आज कल बहुत ही संक्षेप में लोग अपनी बात करते व लिखते हैं द्य श्री यादव ने यह भी बताया कि ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता के अंतर्गत “आधुनिक युग में पत्रों का महत्व“ शीर्षक पर पत्र लिखा जाना है द्य प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य आज की युवा पीढ़ी से यह जानना है कि आज के सोशल मीडिया के क्रांति युग में पत्रों का क्या महत्व है द्य साथ ही साथ उनके अन्दर पत्र लिखने की भावना जागृत करते हुए सोशल मीडिया से दूर हटकर पत्र लेखन के प्रति अभिरुचि को बढावा देना है । श्री यादव ने फिलेटली के बारे में बताया कि हर डाक टिकट के पीछे एक कहानी छिपी है और इससे युवा पीढ़ी को रूबरू कराने की जरूरत है।

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वक़्त के साथ छोटा सा कागज का टुकड़ा दिखने वाले ये डाक टिकट ऐसे अमूल्य दस्तावेज बन जाते हैं, जिनकी कीमत लाखों -करोड़ों में हो जाती है। श्री यादव ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि फिलेटली को “किंग आफ हाबी व हाबी आफ किंग“ के रूप में जाना जाता है, जिसमें रूचि रखने पर अनंत विषयों पर डाक टिकटों का संग्रह कर सकते हैं । इस दौरान कनोसा स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर लिंडा थॉमस ने कहा कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी के बदलते दौर में आज की युवा पीढ़ी सोशल मीडिया को अधिक तरजीह दे रही है ऐसे में उनकी पुरानी परम्परागत संचार शैली को बरकरार रखने के लिए बच्चों को फिलेटली (डाक टिकट संग्रह) से भी जुड़ना चाहिए इससे उनका सामान्य ज्ञान भी विकसित होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि सिविल की तैयारी करने वाले छात्रों को फिलेटली से जरूर जुड़ना चाहिए जिससे उन्हें सामान्य ज्ञान की परीक्षा में सार्थक साबित होगा ।

इस अवसर विद्यार्थियों ने लेटर बॉक्स में लिखे पत्रों को भी पोस्ट किया साथ ही डाक विभाग की कार्य शैली के गुर सीखे । मुख्य विपणन अधिकारी सत्येन्द्र प्रताप सिंह,ने बताया कि ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता की अन्तिम तिथि अब 31 जनवरी हो गया है पहले यह 14 दिसम्बर तक आयोजित था । इस दौरान शिक्षिका हेमलता शुक्ला, अर्चना दूबे, अर्शिता सिंह, रीमा सिंह, ज्योतिरादित्य सिंह,आदि मौजूद रहे।

 

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