बहुजन समाज पार्टी संस्थापक की मनी पुण्य तिथि
फैजाबाद। देश में विभिन्न जातियों, धर्मों में बंटे हुए समाज में सामाजिक भाईचारा पैदा करना एवं समता मूलक समाज की स्थाना करना ही बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम का प्रथम लक्ष्य था। इस लम्बे लक्ष्य को कुछ हद तक अपने जीते जी उन्होंने पूरा करने का प्रयास किया जो शेष लक्ष्य है उस लक्ष्य को बसपा सुप्रीमो मायावती पूरा करने में लगी है। आज वर्तमान समाज का जो राजनैतिक माहौल बन रहा है उससे यह स्पष्ट है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में इस देश का हुक्मरान बहनजी बनेगी। उक्त बाते बसपा के तत्वाधान मेंशहर के गुलाबबाड़ी मैदान में बसपा संस्थापक कांशीराम के बारहवें पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए बसपा के फैजाबाद देवीपाटन मण्डल के मुख्य जोन इंचार्ज अशोक कुमार गौतम ने कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता अम्बेडकरनगर के पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त एवं संचालन मुख्य जोन इंचार्ज दिलीप कुमार विमल ने किया।
पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त ने कहा कि कांशीराम ने अपनी मां विसन कौर को 24 पृष्ठों का पत्र लिखा था जिसमें पहली प्रतिज्ञा थी कि शादी नहीं करूंगा। शादी के जंजाल में फंसने के बाद अपने दबे कुचले समाज का भला नहीं कर पाऊंगा। दूसरी प्रतिज्ञा मै अपने घर कभी नहीं आऊंगा। मैने घर से अपने सारे रिश्ते समाप्त कर लिया है। पूरा घर अपना भारत देश है। उन्होंने इसी प्रकार कई संकल्प लिया था।
जनसभा को सम्बोधित करते हुए नेता विरोधी दल पूर्व मंत्री लालजी वर्मा ने कहा कि देश में एक ऐसे मसीहा कांशीराम थे जो बगैर खून खराबा किये देश में दलित, पिछड़े एवं अल्पसंख्यक समाज को राजनैतिक चेतना का भाव जगाकर देश के सबसे प्रदेश उ.प्र. में चार-चार बार सरकार बनाकर सामूहिक विकास कार्य कर अपनी एक छवि छोड़ दिया।
जनसभा को मुख्य जोन इंचार्ज पवन कुमार गौतम, विधायक रितेश पाण्डेय, पूर्व विधायक जितेन्द्र सिंह बब्ललू, मुख जोन इंचार्ज सर्वेन्द्र अम्बेडकर, मुख्य जोन प्रभारी मो. असद, विश्वनाथ पाल, बाबू राम करन, ओम प्रकाश वर्मा, डा. धमेन्द्र सिंह, इच्छावाक मौर्य, बसपा जिलाध्यक्ष महेन्द्र प्रताप आनंद, देवेन्द्र भाष्कर, दिलीप कुमार, सुरेश गौतम, केके रावत, मंडल जोन इंचार्ज राम सुमेर, सियाराम निषाद, राजेश गौतम, अनिल गौतम, चन्द्रभान पासवान, बब्लू मौर्य, राम दुलार पटेल, मुन्ना लाल मास्टर, रवीन्द्र भारती, अरूण भारती, जंग बहादुर यादव, हिम्मद सिंह सरोज, विनोद गौतम, अमर निषद, अनिल सागर, विजय वर्मा, राम गोपाल कोरी सहित हजारों कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित थे।