एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
मिल्कीपुर। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या में शनिवार को भारतीय संविधान एवं समरसता के प्रति जागरूकता तथा समग्र व्यक्तित्व विकास हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कामता प्रसाद सुंदरलाल साकेत महाविद्यालय के विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ ए के राय ने विषयवस्तु पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। डॉ राय ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना, मूल अधिकार और भारतीय नागरिक के कर्तव्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ राय ने कहा कि हम अधिकारों के प्रति चिंतित रहते हैं परंतु हमें अपने कर्तव्यों के प्रति भी उतना ही जागरूक रहना चाहिए। उन्होंने संविधान संसोधन के तहत प्रदत्त अंतिम मूल अधिकार शिक्षा का अधिकार पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ राय ने संविधान की आत्मा के रूप में सामाजिक न्याय पर चर्चा करते हुए आजादी के बाद सर्वोदय का मूल बताया। भारतीय संविधान ने संसद को सम्प्रभुता भी दी है और दूसरी तरफ न्यायपालिका को स्वतंत्रता भी संवैधानिक दायरे में दिया है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यातिथि व कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान परिवेश में सभी को संविधान का ज्ञान आवश्यक है। डॉ सिंह ने कहा कि आज संविधान के प्रति अज्ञानता व भरम देश को असहज स्थिति में खड़ा किये हुए है। कुलपति ने कहा कि संविधान ने हमे जो अधिकार दिए हैं उनके लाभ की सीमा भी निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि अधिकारों की आड़ में दूसरों को पीड़ा पहुंचे यही कानून का उल्लंघन प्रारम्भ होता है। हमें अपने अधिकारों के साथ साथ कर्तव्यों के प्रति भी हमें जागरूक रहना चाहिए। कुलपति डॉ सिंह ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम निरन्तर आयोजित होते रहें यह आवश्यक है। इससे पूर्व कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह व मुख्यवक्ता डॉ ए के राय ने मां शारदा के चित्र पर दिप प्रज्ज्वलित कर तथा डॉ भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने मुख्यवक्ता डॉ ए के राय को स्मृतिचिन्ह व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में कुलपति को नाहेप परियोजना के नोडल अधिकारी डॉ हरिनाम सिंह ने तथा डॉ ए के राय को अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ डी नियोगी ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत निदेशक प्रसार डॉ ए पी राव ने तथा धन्यवाद डॉ सीताराम मिश्र ने ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन कार्यशाला के नोडल अधिकारी डॉ जसवंत सिंह ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, अधिष्ठाता, निदेशक, शिक्षक, वैज्ञानिक तथा छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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