श्रद्धांजलि सभाओं में आतंकवाद की हुई कटु निन्दा

अयोध्या। सीआरपीएफ काफिले पर फियादीन हमले मे शहीद जवानों की याद में आम व खास में जहां शोक की लहर रही वहीं लोगों में आतंकवादियों के प्रति गुस्सा का भाव देखा गया। स्थान-स्थान पर श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन कर शहीद जवानों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थनाएं की गयीं वहीं आतंकवाद की कटु निन्दा भी की गयी।
गुरूवार को अपरान्ह सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद शुक्रवार को सुबह सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय खुले तो कर्मचारियों ने श्रद्धांजलि सभाकर इस घटना की भर्तसना किया। लोगों ने कहा कि सीआरपीएफ जवानों पर हुआ यह हमला कायरता की परिचायक है। यदि आतंकवादियों में हिम्मत है तो उन्हें आमने सामने युद्ध कर जय पराजय का निर्णय करना चाहिए। पुलिस लाइन में भी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन एसएसपी जोगेन्द्र कुमार की मौजूगी में किया गया। इस मौके पर पुलिस के अधिकारियों व जवानों ने दो मिनट मौन धारण का शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित किया।
देना बैंक अयोध्या के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी कार्यालय में 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की व शहीद जवानों को नमन किया श्रद्धांजलि देने वालों में मैनेजर देवेंद्र प्रताप गौतम, कैशियर नरेंद्र तिवारी, लिपिक रमेश चंद्र वर्मा ,कल्पना उपाध्याय, रेखा वर्मा शामिल रहीं।
वहीं चौक शहर के चौक में सांय से ही बड़ी संख्या में सामाजिक संगठनों के कार्यकर्त्ताओं ने वीर सपूतों को कैंडिल जलाकर नम आँखों से श्रृद्धांजलि अर्पित किया। अयोध्या धाम समिति के संयोजक संजय महेन्द्रा ने कहा कि इस घटना से केन्द्र सरकार को तत्काल चेत जाना चाहिए और पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार करना चाहिए। पूर्व प्रचार्य डा0 एच0बी0 सिंह ने इस घटना को कायरतापूर्ण हमले की निन्दा करते हुए कहा कि पूरा देश बहादुर जवानों के साथ खड़ा है। धर्मसेना के संस्थापक संतोष दूबे ने कहा कि इस दुख की घड़ी में देश के वीर शहीद जवानों के साथ खडा है। सामाजिक कार्यकर्ता वेद प्रकाश राजपाल ने कहा कि अब समय आ गया है कि हमारी सेना को बिना सोचे समझे पाकिस्तान को नेस्तानाबूत कर देने का आदेश सरकार को देना चाहिए। समाजसेवी सुप्रीत कपूर ने कहा कि घटना की जितनी निन्दा की जाय उतनी कम है। चाणक्य परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक कृपा निधान तिवारी ने देश के प्रधानमंत्री को सेना को खुली छूट देने की वकालत किया। विश्व हिन्दू परिषद के रामलाल जायसवाल ने पाकिस्तान के प्रति सरकार के ढुलमुल रवैया को ठीक नहीं बताया। व्यापारी नेता कवीन्द्र साहनी ने देश के सभी नागरिकों से पाकिस्तान के खिलाफ कार्यवाही करने का दबाव बनाने की बात कही। श्रृद्धांजलि देने वालों में प्रमुख रूप से अयोध्या धाम समिति के अध्यक्ष निरंकार अग्रवाल, ज्ञानेन्द्र पाण्डेय छोटू, दिलीप यादव पार्षद, पूनम राजपूत, बृजेश दूबे सहित सैकडों लोग उपस्थित थे।
कांग्रेस जनों ने कैंडल जलाकर अर्पित की श्रद्धांजलि

अयोध्या। कांग्रेस जनों ने पार्टी कार्यालय कमला नेहरू भवन पर श्रद्धांजलि सभा कर 2 मिनट का मौन रखकर व कैंडल जलाकर अमर वीर जवानों की आत्मा की शांति एवं उनके परिजनों को धैर्य साहस और शक्ति प्रदान करने की कामना ईश्वर से की की उपस्थित कांग्रेस जनों ने एक स्वर में इस कायरता पूर्ण घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए देश के ऊपर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर अमर जवानों को बारंबार सैलूट करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष रामदास वर्मा व संचालन पीसीसी सदस्य मोहम्मद शरीफ ने किया। उक्त अवसर पर प्रदेश सचिव राजेंद्र प्रताप सिंह,महानगर प्रभारी सुनील पाठक,एआईसीसी सदस्य उग्रसेन मिश्रा,ज़िला उपाध्यक्ष शीतला पाठक,बृजेश सिंह चौहान,मोहम्मद अहमद टीटू,मंशा राम यादव,कैफ़ी कमर,सुरेन्द्र सिंह सैनिक,मुन्ने बाबू खान,डी एन वर्मा,अकील अंसारी,मोइनुद्दीन कुरैशी सद्दाम,धर्मेंद्र सिंग फास्टर,सुनील कृष्ण गौतम,अवधेश तिवारी,चंचल सोनकर,मोहम्मद नौशाद,उमेश उपाध्याय,करन त्रिपाठी,ज़फर हसन बब्लू,राकेश तिवारी,अनंत राम सिंह,मुकेश पांडेय,राजाराम यादव,लल्ला यादव,डॉ विनोद गुप्ता व वीरेंद्र यादव आदि कांग्रेस जन मौजूद रहे।
कायराना कृत्य है सुरक्षाबलों पर धोखे से हमला : आफाक

अयोध्या। कांग्रेस पार्टी के अयोध्या इकाई की एक बैठक शुक्रवार को टेढ़ी बाजार पर संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के जिला महासचिव मोहम्मद आफाक अहमद भोलू ने तथा संचालन पूर्व चेयरमैन शैलेंद्र मणि पांडे ने की । बैठक में गुरुवार को पुलवामा में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए केंद्र सरकार से शहीद हुए जवानों के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा देने के साथ तत्काल जवाबी कार्रवाई किए जानेे की मांग की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला महासचिव श्री अहमद ने कहा कि देश की सीमा पर तैनात सेना के जवानों की मुस्तैदी की बदौलत हम चैन से जी रहे हैं। जवानों पर धोखे से किया गया हमला कायरतापूर्ण हरकत है जिसका हर कीमत पर जवाब दिया जाना चाहिए। उन्होंने घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए केंद्र सरकार से शहीद हुए जवानों के परिजनों को एक एक करोड़ का मुआवजा दिए जाने की मांग की।
पूर्व चेयरमैन श्री पांडे ने कहा कि देश की सेना के आगे दुश्मन आतंकी घुटने टेक चुके हैं और उनके अंदर सीधा मुकाबला करने की ताकत नहीं है इसलिए पीछे से वार करके आतंकी अपनी कायराना हैसियत का परिचय देते हैं । नगर अध्यक्ष धर्मवीर दुबे ने कहा कि वक्त आ गया है की आतंक के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करके समूचे विश्व में इस बात का संदेश दिया जाना चाहिए कि भारत कभी भी ऐसी कायराना हरकत को बर्दाश्त नहीं करेगा।बैठक को नगर सचिव इश्तियाक अहमद वार्ड अध्यक्ष फैज मोहम्मद तथा नगर उपाध्यक्ष मुन्नी देवी सहित कई अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया।बैठक में मुख्य रूप से इरशाद अहमद पूर्व सभासद संगीता देवी रिजवान अहमद व नगर उपाध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सर्जिकल स्ट्राइक के आदती आतंकियों को फिर करारा जवाब जरूरी : शिवेंद्र

अयोध्या। गन्ना समिति चेयरमैन प्रतिनिधि व वरिष्ठ छात्रनेता शिवेंद्र सिंह ने कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों के काफिले पर गुरुवार को किए गए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री राजनाथ सिंह से पाकिस्तान को तत्काल इस हमले का करारा जवाब दिए जाने तथा शहीदों के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा दिए जाने की मांग की है ।श्री सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से शरण पा रहे आतंकियों द्वारा धोखे से किया गया यह हमला यद्यपि एक कायरता पूर्ण कृत्य हैं और देश की सेना को हर कीमत पर तत्काल इसका जवाब दिया जाना चाहिए किंतु इसके साथ इसकी भी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए कि कड़ी निगरानी में रहने वाले ऐसे मार्ग पर सुरक्षाबलों की सक्रियता को चुनौती देने वाला इतना बड़ा आतंकी हमला कैसे हो गया।उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और उसके शरणार्थी आतंकियों को अब सर्जिकल स्ट्राइक जैसे करारे जवाब की आदत पड़ चुकी है और देश की सेना को भी इसके लिए तैयार रहना चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि कश्मीर में कई माह से पत्थरबाजों की हरकतों से भी आतंकवाद को भी काफी बढ़ावा मिला है। ऐसे पत्थरबाजों पर सियासत से लेकर न्यायपालिका तक के प्रतिनिधियों द्वारा टिप्पणी की जा चुकी किंतु इन पर कड़ी कार्रवाई न किए जाने से सुरक्षाबलों के हौसलों में भी कमी आई है जिसका नतीजा यह रहा कि पुलवामा में गुरुवार को सुरक्षाबलों पर किए गए इतने बड़े आतंकी हमले केे बाद शुक्रवार को दो गुटों में झड़प हुई तथा जमकर पत्थर चले।उन्होंने राष्ट्रपति जम्मू कश्मीर के राज्यपाल तथा प्रधानमंत्री से आतंकियों तथा ऐसे पत्थरबाजों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।