-
मंत्री व आला अधिकारियो से दर्ज करायी शिकायत
-
गन्ना अधिकारी ने स्वीकार की भूल, बोले कार्यालय स्तर पर हुयी चूक से नहीं दी जा सकी सूचना
अयोध्या। केन इंप्लीमेंटेशन कमेटी की बैठक में सहकारी गन्ना विकास समिति पदाधिकारियों को नजर अंदाज करना गन्ना अधिकारियों के लिए मुसीबत का सबब बन गया। बैठक में नजर अंदाज करने से नाराज पदाधिकारियों ने नाराजगी जाहिर करने हुए न केवल बैठक का बहिष्कार कर दिया बल्कि इसे लेकर गन्ना मंत्री व आला अधिकारियों से भी अपनी शिकायत भी दर्ज करा दी। नाराज पदाधिकारियों के मुताबिक विभाग के आला अधिकारियों की ओर से 24 घंटे के भीतर लिखित कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है वही इस मामले में जिला गन्ना अधिकारी ने पदाधिकारियो को सूचना न दे पाने की भूल को स्वीकार किया है।
जानकारी के मुताबिक सोमवार को जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय पर केन इंप्लीमेंटेशन कमेटी की बैठक आयोजित थी। बैठक में गन्ना तौल अवधि तथा हॉयल पर्चियों के अपडेशन की स्थित, फाइनल कैलेंडर वितरण की स्थिति, एस एम एस प्रेषण की स्थिति, गेट/ क्रय केंद्रवार वाइंडिंग ऑफर एवं गन्ना खरीद की अद्यावधिक स्थिति, गन्ना सर्वेक्षण उपरांत छोटे गए फर्जी, डबल, मृत एवं अवैध सट्टटो को बंद करने के संबंध में कृत कार्रवाई की सूचना निर्धारित प्रारूप पर, क्रय केंद्र निरीक्षण की स्थिति एवं पाई गई अनियमितताओं पर की गई कार्यवाही, पेराई सत्र 2017- 18 के बकाया कमिशन की अद्यावधिक स्थिति एवं भुगतान की कार्ययोजना (चीनी मिल मोतीनगर) पेराई सत्र 2018- 19 के गन्ना मूल्य एवं कमीशन भुगतान की स्थिति, पेराई सत्र 2018- 19 हेतु चीनी मिलों द्वारा आवेदित सीसीएल एवं स्वीकृत सीसीएल, टैैगिग आदेश के अनुपालन में बैंकों से किए गए अनुबंध की स्थिति, गन्ना समितियों एवं चीनी मिलों के मध्य फार्मसी पर अनुबंध की स्थिति तथा अन्य विषयों पर विचार किया जाना प्रस्तावित था। इस बैठक में शामिल होने के लिए महाप्रबंधक गन्ना चीनी मिल मोती नगर, रोजा गांव, अकबरपुुुर, मसौधा फैजाबाद, गनौली एवं अकबरपुर के सहकारी गन्ना समिति के सचिव, मसौधा, रौजागांव एवं मिझौडा के जेष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक तथा मेसर्स आकाश सॉफ्टवेयर को बुलाया गया था तथा गन्ना समिति के पदाधिकारियों को इसकी सूचना नहीं दी गई थी। उपसभापति नित्य प्रकाश सिंह के अनुसार सरकार की गन्ना सट्टा निति में स्पस्ट निर्देश दिया गया है कि केेेन इम्प्लीमेंटेेंंशन कमेटी मेंं जिला गन्ना अधिकारी अध्यक्ष व सयोजक होगे इसके अलावा सम्बंधित जेष्ठ गन्ना विकास निरिक्षक, समितियों के सभापति तथा सचिव और मिल के सामान्य प्रबंधक/ गन्ना प्रबंधक कमिटी के सदस्य होगे इसके बाबजूद पिछली कई बैठकों में सभापति तथा उपसभापति को बैठक की सुचना नहीं दी गयी और सोमवार को जब वे बैठक में पहुचे तो जिला गन्ना अधिकारी ने सभापति को सूचना दिए जाने के लिए अधिकृत बताते हुए उनकी उपस्थित को औचित्य बिहीन बता दिया जिस पर उनके साथ मौजूद लोग आक्रोशित हो उठे और अपनी नाराजगी दर्ज कराते हुए बैठक का बहिस्कार कर दिया। इधर जिला गन्ना अधिकारी ने इस पुरे मामले में भूल स्वीकार की है उन्होंने बताया की बैठक में पदाधिकारियो को नजर अंदाज नहीं किया गया बल्कि कार्यालय स्तर पर हुयी त्रुटी के कारण बैठक में पदाधिकारियों को आमंत्रित नहीं किया जा सका जिसके लिए वे पदाधिकारियों से खेद व्यक्त कर चुके है।