लोमहर्षक घटना से रुदौली सर्किल में मची हलचल- पूरे परिवार के सफाये से गांव में दहशत
रुदौली । कोतवाली रुदौली क्षेत्र में एक शख्स में अपनी पत्नी तथा मासूम बेटी को कुल्हाड़ी से काट डाला। वारदात को अंजाम देने के बाद शक्स ने खुदकुशी कर अपनी जान दे दी। घटना की जानकारी के बाद क्षेत्र में हलचल मच गई। कहीं परिवार के तीन लोगों की मौत से गांव में दहशत है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना के साथ तहकीकात शुरू कर दिया है। घटना हैदरगंज मजरे ग्राम शहबाजपुर की है। कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत हैदरगंज मजरे शंकरगढ़ निवासी ने 34 वर्षीय दिनेश कुमार कनौजिया पुत्र सूंदर कनौजिया बुधवार की शाम लगभग 5:00 बजे खाना पकाने के लिए लकड़ी लाने जंगल की ओर गया था। उसके साथ उसकी पत्नी 31वर्षीय आरती और दो वर्षीय बेटी महिमा भी थी। जंगल में लकड़ी लाने गए दिनेश कुमार कनौजिया ने लकड़ी काटने वाली कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ प्रहार कर अपनी पत्नी आरती को गंभीर रूप से घायल कर दिया। बहशीपने पर उत्तरे दिनेश की हरकत यहीं पर नहीं थमी उसने अपने खून के कतरे 2 वर्षीय मासूम महिमा को भी नहीं छोड़ा। कुल्हाड़ी से वार कर मासूम महिमा को मौत के घाट उतार दिया। दोनों का मरा जान दिनेश में जंगल में ही अपने लूंगी की मदद से एक पेड़ की डाल के सहारे फांसी लगा ली और अपनी जान दे दी। उधर से गुजर रहे किसी शख्स ने माजरा देखा और मामले की जानकारी पुलिस को दी तो डायल हंड्रेड दस्ता मौके पर पहुंचा। जीवन के अंतिम सांस ले रही महिला आरती को आनन फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रुदौली पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। मासूम महिमा की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
मौके पर जुट गया मजमा
एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत की खबर फैली तो मिता के गांव ही नहीं आसपास के गांव के लोग भी घटनास्थल की ओर बढ़ चले। थोड़ी ही देर में जंगल के बीच घटनास्थल पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। प्रकरण की जानकारी पर इलाकाई विधायक रामचंद्र यादव मौके पर पहुंच गए। मौके पर जमा लोगों के बीच घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होती रही। कोई से वारदात बताता रहा तू कोई आत्महत्या करार देता रहा। इलाकाई पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।
आर्थिक तंगी तो वजह नहीं
मृतकों के गांव हैदरगंज के मजरे शाहबाजपुर निवासी लोगों का कहना है कि परिवार की माली हालत ठीक नहीं थी। आए दिन परिवार में झगड़ा हुआ करता था। हालांकि गांव वालों का कहना है कि ऐसी कोई वजह नहीं थी कि तीनों आत्महत्या करें? लोगों ने सवाल उठाया कि अगर आत्महत्या ही करनी होती तो घर पर कर लेते। जंगल में जाने की क्या जरूरत थी। दिनेश की ओर से पत्नी व बेटी को मारने तथा खुद आत्महत्या किए जाने के सवाल पर भी गांव वाले मुत्मइन नहीं दिखे। गांव वालों ने सवाल उठाया कि अगर उसे पत्नी और बेटी की हत्या ही करनी थी तो रात में सोते समय भी कर सकता था। फिलहाल माना जा रहा है कि आर्थिक तंगी के चलते मजबूर दिनेश कनौजिया ने अपनी पत्नी और बेटी को मौत के घाट उतार दिया और खुद को मौत के गले लगा लिया। घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
पुलिस का दावा,नशेड़ी था युवक
इलाका ही पुलिस का दावा है कि दिनेश कुमार कनौजिया शराब के नशे का आदी था। उसकी इसी आदत को लेकर परिवार में अक्सर झगड़ा लड़ाई होता रहता था। पूरा परिवार पारिवारिक कला से जूझ रहा था।सीओ रुदौली धर्मेंद्र यादव व कोतवाल विश्वनाथ यादव ने बताया कि प्रथम दृष्टया घटना के पीछे पारिवारिक कलह को वजह पाया गया है।मृतक अपनी बाग़ में शाम को पत्नी और बच्चों के साथ लकड़ी काटने गया था। बाग़ में ही पत्नी और बेटी को कुल्हाड़ी से काटने के बाद अपनी लुंगी से पेड़ पर लटक कर फ़ासी लगा कर आत्म हत्या कर ली। पुलिस पूरे घटनाक्रम के सभी पहलुओं की छानबीन कर रही है।