उत्तर प्रदेश युवा नीति 2016 के प्रभावी क्रियान्वयन की मांग
फै़ज़ाबाद। युवाओं के विकास एवं अधिकारों की सुरक्षा वर्तमान सरकार की जिम्मेदारी है उक्त विचार अन्तर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश युवा नीति 2016 के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु ‘युवा नीति क्रियान्वयन अभियान’ के तहत अवध पीपुल्स फ़ोरम की ओर से शाने अवध सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में फ़ोरम के सहसंयोजक आफ़ाक उल्लाह ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सेन्सस 2011 के अनुसार उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 4.6 करोड़ युवा हैं जो 15 से 24 साल के हैं, उनके पूर्ण विकास एवं अधिकारों की सुरक्षा वर्तमान सरकार और समाज की ज़िम्मेदारी है। जनसँख्या का इतना बड़ा भाग होने के बाद भी युवाओं के विकास और उनकी ऊर्जा का सुचारू रूप से उपयोग करने के लिए योजनाएँ और कार्यक्रम नहीं हैं और जो हैं भी वह युवाओं तक पहुँच नहीं रहे हैं। सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों में युवाओं की सहभागिता भी नहीं है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में युवाओं की अनदेखी स्थिति पर पहल के लिए 2007 से ‘सहयोग’ व अन्य साथी संस्थाओं द्वारा ‘परिवर्तन में युवा’ कार्यक्रम के माध्यम से युवा नेताओं द्वारा स्थानीय सहयोगियों, स्टेक-होल्डर्स के साथ मिलकर प्रदेश में युवा नीति की मांग के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास किया गया और 35 जिलों के युवाओं के सुझाव व समर्थन के साथ उत्तर प्रदेश युवा नीति का ड्राफ्ट सरकार को सौपा गया। ‘युवा नीति पैरोकारी नेटवर्क’ व ‘सहयोग’ के निरंतर प्रयास के फलस्वरूप 2016 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा युवा नीति (14 से 35 वर्ष) की रूपरेखा तैयार कर माननीय राज्यपाल जी के स्वीकृति के साथ ही सभी सम्बंधित विभागों को इसके क्रियान्वयन के लिए सूचना जारी कर दी गई। यह युवा नीति उत्तर प्रदेश सरकार की वेबसाइट पर उपलब्द्ध भी है।
युवा सामाजिक कार्यकत्र्ता भारती सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश युवा नीति 2016 को लागू हुए दो साल तो हो गए हैं परंतु अभी तक इसके क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार समन्वय समिति का न तो गठन किया है और न ही बजट आवंटित किया गया है। यह स्थापित करता है कि युवा नीति कागज़ी तौर पर तो लागू कर दी गयी है लेकिन ज़मीनी स्तर पर इसका कोई क्रियान्वयन नहीं दिख रहा है।
अभियान से गौरव सोनकर ने बताया कि युवा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु प्रदेश के 15 जिलों में अभियान की शुरुआत की गयी है जिसके द्वारा इसके क्रियान्वयन की मांग सरकार से की जाएगी। अभियान के साथी आशीष कुमार ने बताया कि 2016 से आज तक युवा नीति से सम्बंधित कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है और न ही इसके बारे में युवा कल्याण विभाग व अन्य दूसरे विभागों में भी अपनी वार्षिक कार्य योजना में युवा नीति का कोई सन्दर्भ नहीं लिया जा रहा है। इस अवसर पर ज़ुहैर अब्बास, तुषार रस्तोगी, दीपक कुमार, देवेन्द्र सोनकर आदि युवा शामिल हुए।