– न्यूनतम पारा भी रात में लुढकर हुआ 7 डिग्री सेल्सियस
अयोध्या। पहाड़ों पर बर्फबारी से ठंड पड़े मैदानी क्षेत्रों में पछुआ हवाएं कंपकंपी मचा दी हैं। कुहरे के चलते सूरज भी धुंध में ढके होने से न्यूनतम पारा भी लुढकर 07 से 08 डिग्री के बीच पहुंच गया। जिससे बढी गलन से आम जनमानस बेहाल होकर अलाव के सहारे समय काट रहा। मौसम विभाग ने अभी कोहरे व पछुआ हवा की वजह से ठंड से निजात न मिलने का अनुमान लगाया है।
बुधवार से ही 4.2 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही पछुआ हवा से लोगों के कंपकंपी छूट गई। कोहरे की वजह से सुबह के समय वाहन रेंगते नजर आए। दिन भर बदली व धुंध छाई रही। सामान्य दिनों में गुलजार रहने वाले चौक, रिकाबगंज, सिविल लाइन जैसे व्यस्ततम इलाके में सन्नाटे की स्थिति रही। लोग जरूरी काम से ही घर से निकले। दिन भर धूप न खिलने के कारण तापमान में गिरावट देखी गई। अधिकतम तापमान 4 डिग्री लुढ़ककर 16 डिग्री पहुंच गया, जो सामान्य से 4 डिग्री कम रहा। आद्रता अधिकतम 97 एवं न्यूनतम 64 फीसदी रही। नरेंद्रदेव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज के मौसम वैज्ञानिक डॉ. अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि अगले 24 घंटे में कोहरा छाने व पछुआ हवा चलने का अनुमान है। इससे ठंड में कमी आने की उम्मीद नहीं है। वहीं मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल ने मण्डल के सभी जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वर्तमान बर्फीली हवाओं व शीतलहर के कारण ठंड में काफी वृद्धि हुई है। ऐसे में जनमानस एवं पशुधन के जीवन को सुरक्षित बनाने को आवश्यक है कि सभी का ठंड से बचाव किया जाए। उन्होंने रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, प्रमुख चौराहों, बाजारो, धार्मिक स्थलों पर निरंतर अलाव जलाने के निर्देश दिए है। पशुओं को बचाने के लिए गोवंश आश्रय स्थलों पर अलाव जलाने के साथ बैठने वाले स्थलों को चारों तरफ से मोटा तिरपाल का पर्दा लगाने, कॉउ कोट आदि की पर्याप्त व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत, सभी एसडीएम, तहसीलदार व बीडीओ को निर्देश दिए हैं कि भीषण ठंड को देखते हुए यह आवश्यक है कि मुख्य स्थलों पर अलाव जलाने में कोई कमी न होने पाए। उन्होंने कहा कि ऐसे ठंड व शीतलहर में बहुत आवश्यक होने पर जनमानस घर से बाहर जाता है ऐसे में आवश्यक है जनमानस को तथा कार्यस्थल से लौटते हुए लोगों को ठंड न लगने पाये इसके लिए आवश्यक है कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर तक प्रमुख चैराहों, स्थलों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, धार्मिक स्थलों पर नियमित रूप से अलाव जलाए जाएं। अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अलाव जलाने की फोटोग्राफ व रिपोर्ट प्रतिदिन प्रशासन ग्रुप पर डालें। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशनों आदि स्थानों पर बनाए गए रैन बसेरा की व्यवस्था की जांच करते रहने के निर्देश अपर जिलाधिकारियों को दिए हैं। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, उपजिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारियों से कहा है कि गोवंश आश्रय स्थलों का भी नियमित निरीक्षण करें तथा गोवंश को ठंड से बचाने हेतु सभी उपाय करने के निर्देश जो आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ठंड से पशु धन की हानि नहीं होनी चाहिए। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एक बार सभी गौआश्रय स्थल का भ्रमण कर व्यवस्था को देख ले कोई कमी हो तो मुझे बताएं।