दोस्तों को फंसाने व संपत्ति बंटवारा को लेकर की वारदात, साजिश के तहत पहली पत्नी से हुए बच्चे को दादी के घर से बुलवाया
अयोध्या। पूराकलंदर थाना क्षेत्र के सरियावां गांव में मासूम ऋतिक सिंह की हत्या का कातिल उसका पिता राहुल सिंह ही निकला। दुश्मनों को फंसाने और दूसरी पत्नी से होने वाले बच्चों के हिस्से में बंटवारा न हो, इसलिए पिता ने शराब पीकर घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने गुरुवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुएकातिल पिता को पकड़कर जेल भेज दिया है।
पूराकलंदर थानाध्यक्ष मार्कंडेय सिंह ने बताया कि बीकापुर कोतवाली क्षेत्र के मलेथू कनक निवासी राहुल सिंह ने अपनी पहली पत्नी को छोड़ दिया था, जिससे एक लड़का था। उसके बाद वह सरियावां की डिंपल पासवान से शादी कर शहर में किराये पर रहने लगा था, जिससे एक लड़की भी है। दूसरी पत्नी अपने मायके आयी तो राहुल भी यहीं पर किराये पर रहने लगा। इस बीच क्षेत्रके राजा सिंह सहित कई लोगों से दोस्ती हो गयी।
एक दिन राजा सिंह जिला बदर में जेल चला गया।राजा को लगा कि राहुल ने ही पुलिस से मुखबिरी कराकर उसे जेल भेजा है।इसी बात को लेकर जेल से छूटने पर राजा व राहुल में चार अक्तूबर को कहासुनी हुई। इसके बाद राहुल ने राजा व कल्लू पासी के खिलाफ मारपीट सहित कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। थानाध्यक्ष ने बताया कि इसी के बाद राहुल ने शातिराना ढंग से दोस्तों को फंसाने व दूसरी पत्नी के बच्चों के हिस्से में बंटवारा न होने को लेकर योजना बनाई। अपने भाई बॉबी सिंह को पांच अक्तूबर को भंडारा करने की बात कहकर पहली पत्नी से अपने सात वर्षीय बेटे ऋतिक जो दादी के साथ मलेथू कनक में रह रहा था बुलवाया। देर शाम उसने जमकर शराब पीकर कमरे में मासूम ऋतिक की गला दबाकर हत्या कर दी।इसके बाद शव को विद्युत उपकेंद्र के पीछे फेंक कर पुलिस को सूचना दी कि कपड़ा खरीदने जाते समय राजा सिंह ने अपने दो अन्य दोस्तों के साथ मिलकर उस पर मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बनाया। विरोधकरने पर मारने लगे और पुत्र की गला दबाकर हत्या कर दी। तीनों के खिलाफरिपोर्ट भी दर्ज कराई लेकिन पुलिस को उसकी करतूत पर शक था।जांच में नामजद आरोपी निर्दोष पाये गए। थानाध्यक्ष पूराकलंदर मार्कण्डेय सिंह ने बताया कि गुरुवार को जब पुलिस ने राहुल सिंह को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने पूरी घटना कुबूल कर ली।पुलिस ने राहुल सिंह को जेल भेज दिया है।