in

किसान ने लेखपाल को जड़ा थप्पड़

बीकापुर कोतवाली में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में हुआ हंगामा

बीकापुर। बीकापुर कोतवाली परिसर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब एक काश्तकार ने अचानक अपने क्षेत्र के हल्का लेखपाल पर घूसे और थप्पड से हमला बोल दिया। काश्तकार के अप्रत्याशित हमले में लेखपाल का चश्मा टूटकर गाल पर धस गया जिससे जख्म होने के साथ साथ खून निकलने लगा। हमले को देख मौके पर मौजूद साथी लेखपालो ने हमलावर किसान को पकड लिया और वहां मौजूद पुलिस के हवाले कर दिया।
एसडीएम और इंस्पेक्टर की मौजूदगी में लेखपाल पर हुई हमले की यह घटना कानून व्यवस्था के साथ साथ समाधान दिवस जैसी शासन द्वारा जन/काश्तकारों की समस्याओ के त्वरित समाधान के लिए बनाई गई व्यवस्था व कल्याणकारी योजनाओ पर भी सवाल खडा करती है।
घटना में चोटहिल राजस्व लेखपाल संतोष कुमार दूबे बीकापुर तहसील के पातूपुर ग्राम पंचायत में तैनात है। हमलावर काश्तकार रामतेज वर्मा पुत्र त्रिवेनी वर्मा इसी ग्राम पंचायत के दोहरी गॉव का रहेना वाला है। हमले की यह घटना दोपहर 12 बजे के आसपास उस समय की है जब एसडीएम बीकापुर बृजेन्द्र द्विवेदी इंस्पेक्टर रामचन्द्र सरोज सहित बडी संख्या में राजस्व लेखपाल राजस्व निरीक्षक व नायब दरोगा क्षेत्र से आये फरियादियों की शिकायतो को सुन रहे थे। घटना के बाद पीडित संतोष दूबे की तहरीर पर आरोपी काश्तकार रामतेज वर्मा के विरूद्व अ0सं0 7/19 धारा 323 332 व 353 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर हिरासत में लिये गये काश्तकार रामतेज वर्मा को हवालात में डाल दिया गया तथा चोटहिल लेखपाल संतोष दूबे को मेडिकल परीक्षण व उपचार के लिए बीकापुर सीएचसी ले जाया गया। जहां उनका साथी अन्य राजस्व लेखपालो की मौजूदगी में उपचार हुआ। राजस्व लेखपाल ने तहरीर में हमले की कोई वजह नही बताई है। जबकि हिरासत में लिए गये हमलावर रामतेज वर्मा का कहना है कि वह अपनी जमीन की पैमाइस के लिए जो भी प्रार्थना पत्र देते थे उन पर राजस्व लेखपाल सुसंगत धाराओ के तहत वाद योजित करने की टिप्पणी लिखकर मामले को निस्तारित कर देते थे। जिससे समस्या जस की तस बनी रही। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि आरोपी किसान रामतेज वर्मा ने लगभग 1 वर्ष पहले बीकापुर तहसील में सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजन के समय जिलाधिकारी के मौजूदगी में जिला गन्ना अधिकारी पर भी गन्ने से हमला किया था। उस समय उसका कहना था कि जिला गन्ना अधिकारी उसका रूपया भुगतान रूकवाये है और जब वह उनके कार्यालय जाता है तो उसे बेइज्जत करते है। जिला गन्ना अधिकारी प्रकरण में भी उसके विरूद्व मुकदमा दर्ज किया गया था किन्तु बाद डीएम के हस्तक्षेप पर रामतेज वर्मा का बकाया भुगतान हो गया। जिसके बाद प्रकरण समाप्त हो गया। अब यह ताजी घटना क्या रूख लेगी भविष्य बतायेगा।

What do you think?

Written by Next Khabar Team

Comments are closed.To enable, click "Edit Post" page on top WP admin bar, find "Discussion" metabox and check "Allow comments" in it.

36 Comments

तालाब की भूमि पर उगा ली सरसो की फसल

मण्डलायुक्त ने ईवीएम के बारे में ली जानकारी