– भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत कुर्ता पजामा पहनकर अयोध्या पहुंचे
अयोध्या। अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क के पिता एरोल मस्क बुधवार दोपहर अपने अपनी बेटी के साथ श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के दर्शन के लिये अयोध्या पहुंचे। मस्क दोपहर करीब ढाई बजे महर्षि बाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे जहां उनका स्वागत जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों और हनुमानगढ़ी के पुजारी हेमंत दास ने किया। मस्क अपनी पुत्री के साथ अपने निजी विमान से अयोध्या पहुंचे। राम मंदिर के दर्शन के दौरान उन्होंने कुर्ता-पायजामा पहना हुआ था।
यात्रा के दौरान शहर में सुरक्षा कड़ी थी। पुलिस के एक अधिकारी ने पहले बताया था, ‘अयोध्या में पहले से ही त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा है। इसमें उच्च तकनीक वाली ड्रोन रोधी प्रणाली की 24 घंटे तैनाती शामिल है, जो अनधिकृत हवाई गतिविधियों की पहचान करने और उन्हें मार गिराने में सक्षम है।’ उन्होंने कहा कि मंदिर क्षेत्र में और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था में सीसीटीवी से निगरानी, आगंतुकों की नियमित जांच और विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मियों की तैनाती शामिल है। उन्होंने कहा, ‘हालांकि, इस यात्रा के लिए आधिकारिक तौर पर कोई अतिरिक्त सुरक्षा नहीं बढ़ाई गयी क्योंकि पहले से ही पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त मौजूद हैं।
वहीं जब दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क के पिता एरोल मस्क ने अपनी बेटी अलेक्जेंड्रा और अन्य सहयोगियों के साथ रामलला के समक्ष श्रद्धा निवेदित की और मंदिर के निर्माण के आकर्षक पहलुओं को देखा। पुजारी ने जब उन्हें और उनकी बेटी सहित सभी सहयोगियों को रामनामी पहनाया तो सब के सब भावविभोर हो गए। एरोल मस्क भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत कुर्ता पजामा पहनकर अयोध्या पहुंचें। इससे पहले उन्होंने ऐतिहासिक हनुमानगढ़ी पर हनुमंतलला की पूजा अर्चना की।
एरोल मस्क के साथ अयोध्या यात्रा में मोटिवेशनल स्पीकर विवेक बिंद्रा भी मौजूद थे। उन्होंने एरोल मस्क के कार्यक्रमों और उनके भारत प्रवास के उद्देश्य के संबंध में जानकारी दी और कहा कि जब संपूर्ण विश्व अयोध्या में रामलला के दर्शन करने को आ रहा है तो फिर दुनिया भर के भारतीयों को अयोध्या आने में अब देर नहीं करनी चाहिए।एरोल मस्क ने महर्षि वाल्मीक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मीडिया से बात भी की। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध भविष्य में और अच्छे रहेंगे।
भारतीय संस्कृति के बारे में किए गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मैं भारतीय संस्कृति को अच्छी तरह से जानता और समझता हूं, क्योंकि हमारे देश में भारतीय लोगों की एक बड़ी संख्या मौजूद है। भारतीय बहुत ही उदार और मानवता से परिपूर्ण होते हैं। भारतीयों से मिलने पर ऐसा लगता है कि जैसे वे विश्व के सबसे अच्छे व्यवहारिक व्यक्तित्व वाले हैं।