अयोध्या। जिला चिकित्सालय का आलम यह है कि आकस्मिक सेवा कक्ष के चिकित्सक व फार्मासिस्ट की मिलीभगत से मरीजों का तरह-तरह से शोषण किया जा रहा है। फार्मासिस्ट दलाल के माध्यम से भर्ती शुल्क के नाम से 70 रूपया मरीज के तीमारदार से वसूल रहे हैं जबकि सरकार ने सरकारी अस्पताल में भर्ती शुल्क माफ कर रखा है।
इमरजेंसी ओपीडी में दलालों की भरमार हो गयी है ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व फार्मासिस्ट की मिलीभगत से मरीज के तीमारदार को बाहर से इंजेक्शन ले आने के लिए मजबूर किया जाता है। यहां पर चिकित्सक आईएनजी क्रोजोन इंजेक्शन 595 रूपया, आईएमजी जोबेकटम इंजेक्शन 395 रूपया, डीडी-50 250 रूपया, आईएमजी पैटाप 220 रूपया, आईएमजी रेसीजोन 360 रूपया, आईएमजी रेब 200 रूपया में चिकित्सक चिकित्सालय के बारह स्थित मेडिकल स्टोर से लाने के लिए पर्ची लिखते हैं यही नहीं कक्ष में बैठे दलालों को संकेत देते हैं कि जाकर तीमारदार को दवाएं खरीदवा दो। जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. ए.के. राय सबकुछ जानते हुए भी चुप्पी साधे हुए हैं। बताते चलें कि मेडिकल स्टोर संचालन डाक्टर द्वारा लिखी गयी दवा व इंजेक्शन में डाक्टर को 40 प्रतिशत कमीशन देता है इस तरह हजारों रूपये रोज मरीजों के तीमारदार से ठगा जा रहा है।
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