-सब डिवीजन सोहावल में गत माह तक सामने आई लगभग एक अरब 31 करोड़ की बकायेदारी
सोहावल। विद्युत विभाग ने बकायेदारी को लेकर अब तक नजर अंदाज करने वाले विद्युत उपभोक्ताओं का नाम सार्वजनिक करने पर विभाग विचार कर रहा है। कई बार संदेश देने और कनेक्शन काटने के बावजूद अभी हजारों बड़े बकायेदारों ने अपना बकाया विद्युत बिल भुगतान नहीं किया है। विद्युत विभाग के सब डिवीजन सोहावल में गत माह तक सामने आई लगभग एक अरब 31 करोड़ के बकायेदारी को लेकर वसूली अभियान में लगे विभाग का शिकंजा बकायेदारों पर बीते माह से कसा हुआ है। वसूली विभाग के कर्मी बकायेदारों के घर का दरवाजा घर-घर जाकर खटखटा रहे है। बड़े बकायेदारों का बिल न जमा होने की स्थिति में मौके पर कनेक्शन काटकर विभाग इनकी आर सी भेज रहा है।
अब तक ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या 10 हजार से ऊपर बताई जा रही है।कई आश्वासनों और चेतावनी के बावजूद सैकड़ो उपभोक्ता ऐसे हैं।जिनका बकाया लाखों में है। लेकिन इन्होंने अब तक विभाग को ठेंगा दिखा रखा है। विभाग अब इनका नाम सार्वजनिक करने की सोच रहा है। सोमवार को इस सम्बन्ध में पूंछे जाने पर उप-मंडलीय अभियंता मनोज कुमार यादव ने बताया कि डिफाल्टर और बड़े बकायेदार उपभोक्ताओं का नाम पता और बकायेदारी सार्वजनिक किए जाने के साथ और कड़े कदम उठाने पर विचार किया जा रहा है। जिससे इन पर दबाव बने और बकायेदारी जमा हो।
शासन ने बकायेदारी पर शिकंजा कसा तो विभागीय अधिकारियों में भूकंप आ गया। अवर अभियंता से लेकर मुख्य अभियंता तक सभी के आगे जवाब तलबी नजर आने लगी है। विभाग से जुड़े स्थानीय विद्युतकर्मी तक बकायेदार उपभोक्ताओं का दरवाजा खटखटा रहे हैं।बीते माह के अंत तक लगभग 28956 विद्युत उपभोक्ताओं से जुड़ी एक अरब 31 करोड़ से ज्यादा की बकायेदारी को कम स्थिति में लाने के लिए विभाग रात दिन लगा हुआ है। 10 हजार रुपये से ज्यादा के बकायेदारों की आर सी भेजी जाने लगी है।इससे कम के बकायेदारों की 24 घंटे में बिल भुगतान न करने पर लाइन काटने का निर्देश जारी कर दिया गया है।उपभोक्ता का बिल भुगतान कराने के लिए रविवार को भी विभाग का कार्यालय खुला रहा।
सोहावल उप मंडल की इस बकायेदारी में जो खुलासा सामने आया है।इसमें 8495 विद्युत उपभोक्ता ऐसे हैं। जिन्होंने 2017-18 के दौरान अपने कनेक्शन तो लिए लेकिन बिल देना आज तक मुनासिब ही नहीं समझा है। अकेले इन उपभोक्ताओं की बकायादारी 45 करोड़ से ज्यादा की बताई जा रही है। इस सब डिवीजन में 7842 घरेलू बिजली के उपभोक्ता ऐसे सामने आए हैं। जिन पर 35 करोड़ 857000 से ज्यादा का बिल बकाया चल रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा निजी नलकूपों को बिजली मुक्त किए जाने के बावजूद इनके पहले का बकाया 8 करोड़ 49 लाख के आसपास है। जिनकी देनदारी 5773 उपभोक्ताओं की बताई जाती है।
और अब इसकी वसूली के लिए विद्युत विभाग के संविदाकर्मी तक उपभोक्ताओं के घर-घर जाकर दस्तक दे रहे हैं।जिससे जल्द से जल्द बकाया जमा कराया जा सके। उप मंडलीय अभियंता मनोज कुमार यादव ने कहा कि विद्युत बिल के बड़े बकायेदार माने जाने वाले अब तक साढ़े 4 हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं की आर सी जारी कर तहसील को भेजी जा चुकी है। बकायेदारों को 24 घंटे की मोहलत दी जा रही है। जिनकी बकाया राशि नहीं जमा होगी उनके कनेक्शन तत्काल काटे जा रहे हैं।