1857 क्रांति की मनी 163वीं वर्षगांठ
अयोध्या। समाजवादी जनता पार्टी चंद्रशेखर द्वारा 1857 क्रांति की 163 वी वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में बाल साक्षरता केंद्र धारा मार्ग पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने 1857 क्रांति को भारत के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन की संज्ञा देते हुए कहा कि 1857 से शुरू हुई क्रांति के परिणाम स्वरूप देश को 1947 में 90 वर्षों के अनवरत संघर्ष के पश्चात स्वतंत्रता प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि यदि 1857 में ही आपसी फूट और गद्दारी के कारण अंग्रेजों को देश से बाहर निकालने में विफलता भाई यदि हमारे बीच में कुछ गद्दारों ने अंग्रेजों से मिल मिल कर विश्वासघात ना किया होता तो हमें 162 वर्ष पूर्व की अंग्रेजों से आजादी मिल गई होती उन्होंने कहा कि आज भी हमारे बीच में कुछ गद्दारों के कारण देश आर्थिक गुलामी के दलदल में फंसता जा रहा है हमें आजादी के राष्ट्र नायक को शहीदों से प्रेरणा लेकर अपनी आजादी की रक्षा के लिए पूरी ताकत से संघर्ष करना होगा यही अट्ठारह सौ सत्तावन के शहीद मौलवी अहमदुल्लाह शाह बहादुर शाह जफर बेगम हजरत महल झांसी की रानी मंगल पांडे राजा जलाल बेनी माधव आदि शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार के पी सिंह ने वर्तमान परिस्थितियों में देश को गुलामी से बचाने और हर प्रकार की स्वतंत्रता पाने के लिए संघर्ष की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि यह सौभाग्य की बात है की आज भी देश में लोकतंत्र जीवित है और हमें अपने मनमाफिक सरकार बनाने वह हटाने का अधिकार प्राप्त है इसके लिए हमें जागरूक होने की और जिम्मेदार नागरिक की भूमिका अदा करने की आवश्यकता है इस अवसर पर जगदंबा प्रसाद चैधरी ने गुलामी के हजारों साल के इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि हमें आजादी के लिए सतत संघर्ष करते रहने की जरूरत है जिससे कि फिर कोई विदेशी ताकत व देसी ताकत देश को गुलाम ना बना सके इस अवसर पर बाल साक्षरता केंद्र की प्रधानाचार्य और महिला शाखा की अध्यक्षा श्रीमती अजय रानी शर्मा ने सभी अतिथियों आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए 1857 के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया इस अवसर पर ब्रिज मोहन सिंह शिव प्रकाश यादव जिला अध्यक्ष श्रीमती मीना श्रीवास्तव अंकिता प्रजापति अंकिता अग्रवाल श्रीमती मीना सेन मौजूद थे।