-नगर पंचायत भवन खिरौनी, बैकुण्ठ धाम मांझा बरेहटा व मल्टीलेवल कार पार्किंग स्थल का लिया स्थलीय जायजा
अयोध्या। मंडलायुक्त गौरव दयाल ने द्वारा नगर पंचायत भवन, खिरौनी, सुचित्तागंज में योजना के कार्यस्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय कार्यदायी संस्था के परियोजना प्रबन्धक देवव्रत पवार व स्थानिक अभियन्ता भानु प्रताप गोंड कार्यस्थल पर उपस्थित रहे। शासनादेश संख्या- 1604/नौ-9-21-133ज / 20 नगर विकास अनुभाग-9 दिनांक 14 सितम्बर 2021 द्वारा योजना की रू0 147.86 लाख की स्वीकृति प्रदान की गयी। योजनान्तर्गत मुख्य भवन, फायर फाइटिंग, बोरिंग, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, बाउण्ड्रीवाल व अवस्थापना से सम्बन्धित अन्य कार्य कराया जाना प्रस्तावित है।
परियोजना प्रबन्धक द्वारा अवगत कराया गया कि योजना का समस्त कार्य निर्धारित गुणवत्ता व मानक के अनुसार पूर्ण कराया जा चुका है। आयुक्त द्वारा भवन को हस्तगत लेने हेतु निर्देश दिये गये। मण्डलायुक्त द्वारा बैकुण्ठ धाम ( शवदाह गृह), मांझा बरेहटा, के कार्यस्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय कार्यदायी संस्था के परियोजना प्रबन्धक देवव्रत पवार व स्थानिक अभियन्ता भानु प्रताप गोंड कार्यस्थल पर उपस्थित रहे। शासनादेश संख्या- 1695/ नौ-7-21-19 (ज) / 2021 दिनांक 08 सितम्बर, 2021 द्वारा योजना की रू0 1506.66 लाख की स्वीकृति प्रदान की गयी। योजनान्तर्गत विद्युत पायर शेड-2 नग, ग्रीन पायर शेड-2 नग, पारम्परिक पायर शेड-10 नग, दसवान शेड-01 नग, कुण्ड, इन्टेकवेल, वुडेन शेड, ट्वायलेट ब्लाक, चार्जिंग स्टेशन, पार्किंग (60 चार पहिया वाहन, 100 दो पहिया वाहन ) गेट, जीर्णोद्धार एवं अवस्थाना से सम्बन्धित अन्य कार्य कराया जाना प्रस्तावित है।
योजना पर 750.06 लाख प्राप्त हुआ है। प्राप्त धनराशि के सापेक्ष वर्तमान में इलेक्ट्रिक क्रिमीटोरियम के प्लिंथ लेबल तक कार्य पूर्ण शेष कार्य प्रगति पर तथा आउटर रिटेनिंग वॉल का कार्य 180 मी0 तक पूर्ण है। कार्यदायी संस्था के परियोजना प्रबन्धक द्वारा अवगत कराया गया कि निर्माणाधीन कार्यों को सुरक्षित रखे जाने हेतु प्राक्कलन तैयार किया गया है एवं कार्य पुनः प्रारम्भ किया जा रहा है। आयुक्त महोदय, अयोध्या मण्डल, अयोध्या द्वारा निर्देश दिये गये निर्माणाधीन कार्यों को सुरक्षित रखे जाने हेतु च्तवजमबजपवद ॅवता किये जाने प्राक्कल तत्काल शासन को प्रेषित किया जाये एवं तथा योजना के समस्त कार्य निर्धारित गुणवत्ता के साथ ससमय पूर्ण के निर्देश दिये गये।
इसी तरह मल्टीलेवल कार पार्किंग स्थल का भी मण्डलायुक्त द्वारा योजना के कार्यस्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय कार्यदायी संस्था के परियोजना प्रबन्धक देवव्रत पवार व स्थानिक अभियन्ता भानु प्रताप गोंड कार्यस्थल पर उपस्थित रहे। शासनादेश संख्या- 45/2021/1041/ नौ-9-2021-41ज / 2021 दिनांक 14 अगस्त. 2021 द्वारा योजना की रू0 3708.49 लाख की स्वीकृति प्रदान की गयी। योजनान्तर्गत 282 चार पहिया वाहन, 309 दो पहिया वाहन, 15 दुकानें, 01 कँटीन 04 लिफ्ट, यू0जी0 टैंक (150 किली० क्षमता) एवं अवस्थापना से सम्बन्धित कार्य (लोअर$अपर ग्राउण्ड $ 4जी थ्सववत) कार्य कराये जाने प्रस्तावित हैं। योजना पर माह 12 / 2021 में धनराशि रू0 927.12 लाख एवं माह 08/2022 में धनराशि रू0 927.12 लाख कुल धनराशि रू0 1854.24 लाख प्राप्त हो चुकी है।
प्राप्त धनराशि का व्यय करते हुए कार्यदायी संस्था द्वारा लोअर, अपर ग्राउण्ड व प्रथम तल का छत ढलाई कार्य पूर्ण चिनाई कार्य प्रगति पर द्वितीय तल पर छत ढलाई का कार्य प्रगति पर पाया गया। योजना के निर्माण कार्यों को निर्धारित गुणवत्ता के साथ ससमय पूर्ण कराने हेतु कार्यदायी संस्था के परियाजना प्रबन्धक को निर्देश दिये गये। तहसील सोहावल के ग्राम पिरखौली में सालिड वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लान्ट (क्षमता 140 टी०पी०डी०) योजना के कार्यस्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय कार्यदायी संस्था के परियोजना प्रबन्धक देवव्रत पवार व स्थानिक अभियन्ता भानु प्रताप गोंड कार्यस्थल पर उपस्थित रहे। योजना की स्वीकृति शासनादेश संख्या- 177/2021/11253 / नौ-5-202167 बजट / 2021 नगर विकास अनुभाग-5 दिनांक 24.11.2021 द्वारा योजना की रू0 1749.98 लाख की प्रदान की गयी।
योजनान्तर्गत बाउण्ड्रीवाल (980 मी0). टिपिंग एरिया, क्यूरिंग शेड, मशीन शेड, प्री प्रासेसिंग शेड, कम्पोजड पैड कवर्ड, कम्पोजड पैड अनकवर्ड, फिनिश गोडाउन, वेटब्रिज, गार्डरूम, टायलेट ब्लाक, टयूबबेल एवं सी०सी०रोड आदि कार्य कराया जाना प्रस्तावित है। जिला मुख्यालय से कार्यस्थल की दूरी लगभग 35 किमी0 है। योजना पर अब तक धनराशि रू0 874.98 लाख प्राप्त हुआ है। योजनान्तर्गत प्राप्त धनराशि के सापेक्ष क्यूरिंग एरिया, मशीन शेड, कम्पोस्ट पैड (कवर्ड, अनकवर्ड) के फ्लोरिंग का कार्य प्रगति पर एवं ओवर हेड टैंक के फाउण्डेशन का कार्य प्रगति पर पाया गया। कार्यदायी संस्था के परियाजना प्रबन्धक को निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराने हेतु निर्देश दिये गये।