-राजकीय पुस्तकालय अयोध्या के जीर्णोद्धार हेतु दिए निर्देश
अयोध्या। मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने उपाध्यक्ष अयोध्या विकास प्राधिकरण अश्विनी कुमार पांडेय के साथ निर्माणाधीन नगर निगम अयोध्या तथा अयोध्या विकास प्राधिकरण के संयुक्त कार्यालय भवन का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए और तय समय-सीमा के भीतर कार्य को पूर्ण किया जाए। इस दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था द्वारा बनाये गए सैंपल रूम का अवलोकन करते हुए कहा कि फिनिशिंग के कार्यो को बेहतर कार्य कुशलता के साथ किया जाय तथा फ्लोर में लगने वाली टाइल्स को पैटर्न का अनुसरण करते हुए लगाया जाए।
मण्डलायुक्त ने कहा कि यह संयुक्त कार्यालय भवन अयोध्या के प्रशासनिक कार्यों को एकीकृत स्वरूप प्रदान करेगा, जिससे जनसामान्य को नगर निगम व प्राधिकरण की सेवाएं एक ही परिसर में उपलब्ध हो सकेंगी। उन्होंने निर्माण स्थल पर उपलब्ध सुविधाओं, भवन की डिज़ाइन, सुरक्षा उपायों एवं पर्यावरणीय मानकों की भी विस्तार से जानकारी ली और संबंधित अभियंताओं को आवश्यक सुझाव भी दिए।
इसके उपरांत मण्डलायुक्त श्री गौरव दयाल ने राजकीय पुस्तकालय अयोध्या का भी निरीक्षण किया। उन्होंने पुस्तकालय की वर्तमान स्थिति का अवलोकन करते हुए इसे आधुनिक एवं नागरिकों की आवश्यकताओं के अनुरूप विकसित करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुस्तकालय के जीर्णोद्धार हेतु एक समग्र प्रस्ताव शीघ्र तैयार कर प्रस्तुत किया जाए।
उन्होंने सुझाव दिया कि पुस्तकालय में अत्याधुनिक अध्ययन कक्ष, बेहतर फर्नीचर किताबो के रखने के लिए सुव्यवस्थित रैक जैसी सुविधाओं को शामिल किया जाए ताकि यह पुस्तकालय एक ज्ञान संसाधन केंद्र के रूप में विकसित हो सके।
उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या एक सांस्कृतिक एवं धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण नगर है और इसके नागरिकों को आधुनिक एवं समृद्ध शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है। निरीक्षण के दौरान नगर निगम, अयोध्या विकास प्राधिकरण, निर्माण विभाग तथा पुस्तकालय से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी एवं अभियंता उपस्थित रहे।