The news is by your side.

जिलाधिकारी ने निभाया अज्ञात महिला के बेटे का फर्ज

  • मुखाग्नि देकर किया अन्तिम संस्कार

  • दुर्घटनाग्रस्त अज्ञात महिला को डीएम ने जिला अस्पताल में कराया था भर्ती

फैजाबाद। जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार पाठक ने जो किया है वो बिरले लोग ही करते हैं। एक लावारिस बेसहारा महिला का निधन हुआ तो बेटे की तरह श्मशान घाट पर मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया।
बीते 11 जुलाई को रौनाही थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर एक बुजुर्ग महिला घायल पड़ी थी। उधर से गुजर रहे डीएम डॉ. अनिल कुमार पाठक की नजर पड़ी तो अपनी गाड़ी रोकवा कर महिला की हालत देखी। उसके दाएं पैर की जांघ और मुँह का दोनों तरफ का जबड़ा टूटा था। शायद किसी वाहन ने महिला को टक्कर मार कर दिया था। यह दुर्घटना करने वाला व्यक्ति महिला को मरने के लिए सड़क पर ही छोड़ कर चला गया था। डीएम ने उस महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और डॉक्टरों से कहा कि इलाज का खर्च वह वहन करेंगे।
फिलहाल डीएम का मरीज होने के कारण जिला अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी उस लावारिस महिला की पूरी सेवा करते रहे। जबड़े का ऑपरेशन करने के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (यूनिवर्सिटी), लखनऊ से डॉक्टर को बुलाया गया था। इतना सबके बाद आखिरकार वह महिला जिन्दगी की जंग हार गई और सोमवार को प्रातः अस्पताल में दम तोड़ दिया। विडम्बना यह कि मरते दम तक वह अपना नाम और पता नहीं बता पाई। डीएम डॉ. अनिल कुमार ने जमथरा घाट पर पूरे रस्म के साथ मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार करते हुए उस महिला के पार्थिव शरीर को सम्मान दिया। फैजाबाद जिले में पहली बार किसी उच्च अधिकारी की ऐसी संवेदनशीलता देखने को मिली।

Advertisements
Advertisements

Comments are closed.