पैदल मार्च निकाल कर जताया विरोध
फैजाबाद। देश में 8 नवंबर 2016 कि रात भारत के प्रधानमंत्री ने आतंकवादी वित्त पोषण की संभावनाएं काले धन एवं फर्जी मुद्रा को खत्म करने के नियत से बहुत ही नाटकीय ढंग से 500 ,1000 कीनोट को चलन से बाहर कर दिया उसी के 2 वर्ष पूर्ण होने के उपरांत कांग्रेस जनों ने धरना प्रदर्शन कर काला दिवस मनाया और इस सदी के सबसे बड़े घोटाले का विरोध दर्ज कराया। इसी परिपेक्ष्य में आज कांग्रेस जन पार्टी कार्यालय कमला नेहरू भवन पर एकत्रित हो पैदल विरोध प्रदर्शन करते हुए रिकाबगंज पहुंचकर प्रदर्शन किया तत्पश्चात एक सभा हुई इस बीच कांग्रेस जन गली गली में शोर है चैकीदार चोर है और बहुत हुई नोट बंदी की मार अब बदलो भाजपा सरकार आदि नारे लगा रहे थे। सभा की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष रामदास बर्मा व संचालन कांग्रेस उपाध्यक्ष पार्टी प्रवक्ता शीतला पाठक ने किया। सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश सचिव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य राजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने नोटबंदी से देश को क्या फायदा हुआ बता दिया नोटबंदी और जीएसटी ने भारत की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतार दिया उन्होंने पीएमओ को भी नंगा किया इसी से देशवासियों को समझ लेना चाहिए कि मोदी सरकार ने नोट बंदी किस के लिए की थी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव सुनील पाठक ,जिला अध्यक्ष रामदास वर्मा ,जिला प्रवक्ता शीतला पाठक, पीसीसी सदस्य व महानगर प्रवक्ता मोहम्मद शरीफ, कांग्रेस नेता अनिल तिवारी ने नोट बंदी को देश के लिए काला अध्याय बताया और कहा भारत के प्रधान चैकीदार ने नोटबंदी करके अपने चहेते उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने का काम किया और देश की मेहनत मशक्कत करने वाले लोगों का रोजगार नोटबंदी के कारण छिन गया उसकी भरपाई आज तक नहीं हो पाई! इस मौके पर उपस्थित प्रमुख लोगों ने पूर्व विधायक माधव प्रसाद ,एआईसीसी सदस्य केके सिन्हा ,उग्रसेन मिश्राउपेंद्र सिंह लल्लू ,ओम प्रकाश सिंह ,उमाकांत कसौधन ,अमरीश कौशल, ह्रदय नारायण मिश्रा ,फूलचंद यादव ,प्रवीण श्रीवास्तव, भगवान बक्स सिंह ,पीसीसी सदस्य बृजेश सिंह चैहान, मंसाराम यादव , मंसूर खां ,संतोष गौड़ , सुरेंद्र प्रताप सिंह सैनिक , किसान प्रकोष्ठ के घनश्याम त्रिपाठी, महिला प्रकोष्ठ की मधु पाठक, युवक कांग्रेस के रणजीत सिंह ,करण त्रिपाठी ,दलित प्रकोष्ठ के रामकरण कोरी ,सेवादल के हरे कृष्ण गुप्ता, संजय वर्मा ,अवधेश तिवारी ,चंचल सोनकर ,श्रीनिवास शास्त्री ,गीता शर्मा ,ओमप्रकाश पांडे ,करम राज यादव फरीद सलमानी ,मंगेश त्रिपाठी ,सुनील कुमार सिंह धर्मेंद्र सिंह फास्टर, मुस्लिम शेख ,अभिषेक सिंह राजदेव वर्मा ,राम शंकर सिंह ,जय बहादुर सिंह आदि प्रमुख लोग थे।