-श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जारी की नई तस्वीरें
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने शुक्रवार को राम मन्दिर निर्माण के प्रगति की नई तस्वीरें जारी की, जिसमें बताया गया है कि गर्भगृह की दीवार में पिंक सैंड स्टोन से बने नक्काशीदार स्तंभ लगने शुरू हो गए हैं। राम मंदिर का निर्माण पूरी गति से हो रहा है जिसमें रामलला 15 जनवरी 2024 को विराजमान हो जाएंगे। ट्रस्ट महासचिव चंपत राय का कहना है कि बैठक कर दिसंबर 2023 तक भूतल निर्माण का कार्य पूरा किए जाने के साथ ही जनवरी 2024 में भगवान श्री रामलला को विराजमान कराए जाने की घोषणा की गई थी।
जिसको लेकर एलएंडटी व टाटा के इंजीनियर व वर्कर लगातार 24 घंटे कार्य में जुटे हैं। अब तक मंदिर निर्माण में कुल 60 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। ट्रस्ट सदस्य डॉ अनिल मिश्रा का कहना है कि गर्भगृह, गुड मंडप व रंग मंडप की दीवारों का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। साथ ही नीचे से पत्थरों की सिलाई भी लग चुकी है और अब ऊपरी हिस्से के पत्थर लगना प्रारंभ हो गया है। मंदिर के भूतल में लगने वाले कुल 166 पिलर के बेस में पत्थरों को लगाए जाने का 75 फीसदी कार्य पूरा हो गया है। अब ऊपर के पत्थर लगाए जा रहे हैं। इसके बाद 20 फुट ऊंचे भूतल के ऊपर छत लगाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रस्तावित जन्मभूमि परिसर में भूतल पर पूर्व-पश्चिम दिशा में 380 फीट लंबा, उत्तर-दक्षिण में 250 फीट चौड़ा बन रहा है। मंदिर में राजस्थान के बलुआ पत्थर से बने कुल 392 स्तंभ लगाए जाएंगे।
अष्टकोण का बन रहा रामलला का गर्भगृह
-रामलला के गर्भगृह के अंदर सफेद संगमरमर के पिलर्स लगाए गए हैं, यह अष्ट कोणीय बन रहा है इस गर्भगृह में राजस्थान के पिंक पत्थर और सफेद मार्बल से गर्भगृह को आकार दिया जा रहा है। इसके साथ ही गर्भगृह में सफेद संगमरमर के चौखट और बाजू के साथ महाराष्ट्र के सागौन की लकड़ी से बने आकर्षक दरवाजे भी लगाए जाएंगे।