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नई शिक्षा नीति पर कृषि विश्वविद्यालय में हुआ मंथन

-छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में किया जाएगा प्रशिक्षित : डॉ बिजेंद्र सिंह

मिल्कीपुर।वर्तमान के बदलते परिवेश को ध्यान में रखते हुए पूरे देश में नई शिक्षा नीति पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री,, राज्यपाल व सरकार द्वारा निरंतर नयी शिक्षा नीति तथा रोजगार परक शिक्षा पर चर्चा की जा रही है । जिस के क्रम में 30 जुलाई 2021 को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता ,वरिष्ठ शिक्षक, एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपने समिति कक्ष में एक बैठक आहूत की । बैठक में वर्तमान में हो रही कृषि शिक्षा पर विशेष रूप से चर्चा की गई ।

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विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने बताया कि कृषि शिक्षा तो अपने आप में ही तकनीकी शिक्षा है, जिसमें कृषि तकनीकी के साथ-साथ पशुपालन, मत्स्य पालन, वानिकी, सामुदायिक विज्ञान, कृषि अभियंत्रण आदि की शिक्षा पूर्व से ही दी जा रही है । जिसे नई शिक्षा नीति में प्रभावी ढंग से रोजगार परक शिक्षा दिए जाने हेतु आगामी सत्र से प्रत्येक कृषि विज्ञान केंद्र ,समस्त महाविद्यालय परिसर, एवं शोध प्रक्षेत्रों पर 20ः20 या 30ः30 छात्रों का समूह बनाकर वस्तु विशेषज्ञों द्वारा बीज उत्पादन, नर्सरी मैनेजमेंट, मत्स्य पालन, वर्मी कंपोस्ट, पोल्ट्री, डेरी, बकरी पालन आदि पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाकर छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा ।

विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त छात्रों को विश्वविद्यालय द्वारा डिप्लोमा एवं प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराया जाएगा , जिससे यह छात्र भविष्य में अपना खुद का रोजगार आसानी से संचालित कर अपना और अपने परिवार का जीविकोपार्जन कर स्वावलंबी बन सकें। बैठक में मुख्य रूप से कृषि अधिष्ठाता डॉ वी एन राय, निदेशक प्रसार डॉ ए पी राव, डॉ नमिता जोशी, डॉ डी नियोगी, डॉ आर सी तिवारी ,डाँ अशोक कुमार सिंह ,डॉ शंभू गुप्ता, डॉ सीताराम मिश्रा ,डॉ जसवंत सिंह, डॉ अशोक कुमार, डॉ संजय पाठक आदि वैज्ञानिक उपस्थित थे।

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