पुनर्मतगणना का प्रावधान न होना लोकतंत्र विरोधी फैंसला
अयोध्या। भाकपा नेता सूर्य कांत पाण्डेय ने आरोप लगाया कि साकेत महाविद्यालय छात्र संघ चुनाव में लिंगदोह समिति की रिपोर्ट की धज्जियां उड़ाई गई। उन्होंने कहा कि मंहगी लक्जरी वाहनों, भयंकर पोस्टर पर्चे बाजी और बाहरी क्षेत्रों में शक्ति प्रदर्शन लिंगदोह समिति की सिफारिशों की धज्जियां उड़ाई गई लेकिन चुनाव करवाने वालों ने इसे संज्ञान में नहीं लिया। श्री पाण्डेय ने कहा कि छात्र संघ चुनाव में 44प्रतिशत ही मतदान चुनाव के प्रति छात्रों की अरुचि का प्रमाण है जिसके लिए महाविद्यालय प्रशासन को जागरूकता पैदा करने, लोकतंत्र और छात्र हितों में छात्र संघ की भूमिका के लिए भी छात्रों को जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि चुनाव में पुनर्मतगणना का प्रावधान, अवैध मतों के निर्धारण का आधार भी न सार्वजनिक करना लोकतंत्र विरोधी फैसला है। उन्होंने कहा कि चुनाव में पुनर्मतगणना की विनीत कनौजिया की मांग खारिज किया जाना प्रत्याशी के अधिकारों का हनन है।
उन्होंने तुरंत शपथग्रहण कराने की परम्परा की भी आलोचना करते हुए कहा कि इस प्रकार छात्र संघ छात्र हितों की रक्षा का मंच नहीं वरन् महाविद्यालय प्रशासन की कठपुतली जैसा दिखने लगा है। छात्रों में नेतृत्व क्षमता को दबाया जा रहा है। छात्र संघ देश प्रदेश को भविष्य का नेतृत्व देने के लिए बनता है जिसे तमाशा बना दिया गया है। श्री पाण्डेय ने सिविल लाइन स्थित एक होटल में पत्रकार वार्ता में यह बात कही। वार्ता में भाकपा राज्य कौसिंल के सदस्य अशोक कुमार तिवारी छात्र संघ उपमंत्री का रनर प्रत्याशी विनीत कनौजिया ऐ आई एस एफ के अध्यक्ष देवेश ध्यानी, विकास सोनकर, कैफी खान, अंकित कनौजिया सौरभ निषाद आदि मौजूद थे।