समाजवदी शिक्षक सभा ने योगी सरकार पर लगाया शिक्षकों के तमाम पदों को समाप्त करने का आरोप
फैजाबाद। प्रदेश की योगी सरकार ने शिक्षकों के तमाम पदों को समाप्त कर दिया है। 2017 में मिलने वाला सातवाँ वेतन आयोग का एरियर अब तक नहीं दिया गया है। यह आरोप बैठक की अध्यक्षता कर रहे समाजवादी शिक्षक सभा के जिलाध्यक्ष दान बहादुर सिंह ने सपा कार्यालय लोहिया भवन में आयोजित शिक्षक सभा की मासिक बैठक में लगाये। शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या में प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी पांच शिक्षकों के चयन के लिये यह बैठक हो रही थी जिसका संचालन महासचिव डा0 घनश्याम यादव ने किया। शिक्षक सभा के जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने बैठक में कहा कि शिक्षा का निजीकरण करने के लिये प्रदेश की भाजपा सरकार साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने शिक्षा का निजीकरण किया तो शिक्षक सभा इसका जमकर विरोध करेगी तथा शिक्षकों के हित की लड़ाई सड़कों पर उतरकर लड़ेगी। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल सपा जिला उपाध्यक्ष बाबूराम गौड़ ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार तानाशाही व अहंकारी हो चुकी है जिसका जवाब आगामी लोकसभा चुनाव में जनता देगी। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में शिक्षक सभा अहम भूमिका निभायेगा। सपा प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी ने बताया कि सपा नेता व पूर्व राज्यमंत्री तेजनारायण पाण्डेय पवन की प्रेरणा से प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर शिक्षक सभा द्वारा मुलायम सिंह यादव शिक्षक सम्मान-2018 में पांच शिक्षकों का सम्मान सपा कार्यालय लोहिया भवन में आगामी 04 सितम्बर को दिया जायेगा। प्रवक्ता ने बताया कि इसके लिये शिक्षक सभा ने बैठक में नौ सदस्यीय चयन कमेटी का गठन किया जिसमें खलील अहमद खान, डा0 घनश्याम यादव, संत प्रसाद मिश्रा, विमल सिंह यादव, अमर नाथ सिंह, अनिल कुमार मिश्र, आनन्द कुमार शुक्ला, डा0 रामचन्द्र वर्मा व अक्षतेश्वर प्रसाद दूबे शामिल हैं जो कि पांच शिक्षकों का चयन करके 14 अगस्त तक शिक्षक सभा के जिलाध्यक्ष को सूची सौंपेगंे। शिक्षक सभा की मासिक बैठक में कुंवर नृपेन्द्र विक्रम सिंह, रमेश सिंह, राम कैलाश यादव, आनन्द कुमार शुक्ल, रामचेत यादव, तहसीलदार सिंह, बृजेन्द्र कुमार, विजय प्रताप सिंह, रवीन्द्र गुप्ता, अम्बुज मालवीय, अवनीश प्रताप सिंह, नागेन्द्र सिंह, डाॅ0 हनुमान प्रसाद मिश्र, डाॅ0 अवधेश यादव, पवन गुप्ता, राम कैलाश यादव, प्रभाकर सिंह, विमल सिंह यादव, जगन्नाथ यादव, लालचन्द यादव, शिवनारायण यादव, सुरेश कुमार आदि बड़ी संख्या में शिक्षक सभा के लोग मौजूद थे।