विद्यार्थियों को विवि के परिवेश व संस्कृति से परिचित कराने के लिए इंडक्शन का हुआ आयोजन
फैजाबाद। डाॅ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में विद्यार्थियों को विवि के परिवेश एवं संस्कृति से परिचित कराने के लिए इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्रों को सम्बोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने कहा कि मीडिया व्यवसाय में आज लेखन कला में कौशल सम्पन्न लोगों की आवश्यकता है। लेखन के क्षेत्र में भी कैरियर की अपार संभावनाएं हैं। कुलपति प्रो0 दीक्षित ने कहा कि छात्र-छात्राओं को अपनी क्षमता को विकसित करना होगा। रोजगार ढूढ़ने की जगह रोजगार प्रदान करने वाले बनें। विविध समाचार कार्यक्रमों का उद्धरण देते हुए उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के छात्रों को प्रस्तुतिकरण की शैली में नवाचार को प्रमुखता देनी चाहिए। जीवन में शाॅर्टकट पर चलकर पूर्ण सफलता नहीं पायी जा सकती, स्थायी सफलता के लिए कठिन परिश्रम और लगन की जरूरत होती है। सिनेमा का उदाहरण देते हुए कुलपति ने कहा कि 100 करोड़ की फिल्म में अभिनेता-अभिनेत्री के हिस्से 20 प्रतिशत धनराशि मिलती है जबकि 80 प्रतिशत हिस्सा कैमरे के पीछे काम करने वालों को ही मिलता है। पत्रकारिता में रिर्पोिर्टंग एवं सम्पादन के साथ-साथ विषय विशेषज्ञ लेखकों की बहुत मांग है इसलिए विद्यार्थियों को अपनी कलम को पैनी करना होगा। कुलपति प्रो0 दीक्षित ने विभाग में इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के व्यावहारिक ज्ञानार्जन के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित स्टूडियो के निर्माण की घोषणा की। कार्यक्रम में विभाग के समन्वयक प्रो0 के0के0 वर्मा ने अपने प्रबोधन में कहा कि किसी कार्य को सम्पन्न करने के लिए आत्मविश्वास की जरूरत होती है। मेरा प्रयास रहेगा कि छात्र-छात्राओं के बेहतर कैरियर के लिए विभाग को संसाधनों से यथासंभव परिपूर्ण किया जाय जिससे वे मीडिया व्यवसाय की तकनीकी चुनौतियों का डटकर सामना कर सकें।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मुख्य नियंता प्रो0 आर0एन0 राय ने कहा कि पत्रकारिता एक पवित्र व्यवसाय है। लेखन-पुनर्लेखन के अभ्यास से ही रचनाशीलता विकसित होती है। प्र्रो0 राय ने कहा कि रैगिंग समाज लिए अभिशाप है। वरिष्ठ छात्रों को कनिष्ठ छात्रों के लिए आदर्श स्थापित करना चाहिए। अनुशासन से ही सुरक्षा का माहौल तैयार होता है। रक्षक एप्प छात्रों के लिए सुरक्षा कवच है। इसका उपयोग सभी छात्र-छात्राओं को करना चाहिए।
कार्यक्रम में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो0 आशुतोष सिन्हा ने विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति की समग्र जानकारी प्रदान की। प्रो0 सिन्हा ने बताया कि व्यक्तित्व निर्माण में छात्र जीवन का विशेष योगदान है। विश्वविद्यालय एक परिवार के समान है वरिष्ठ छात्रों का नैतिक दायित्व है कि नवागत छात्रों को अनुज के समान पोषित करें।
कार्यक्रम में कार्यपरिषद सदस्य ओम प्रकाश सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही। अतिथियों का स्वागत डाॅ0 राजेश सिंह कुशवाहा, डाॅ0 राज नारायण पाण्डेय एवं डाॅ0 अनिल कुमार विश्वा ने पुष्पगुच्छ से किया। कार्यक्रम का संचालन विभाग की छात्रा शोभा और छात्र वैभव ने किया और धन्यवाद ज्ञापन विभाग के वरिष्ठ शिक्षक डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर प्रशान्त, सूर्यकांत, वासुदेव, दीपाली, युक्ति, वर्षा, हिमांशी, प्रीति, राधा, साक्षी, मोनिका, स्वप्निल, अम्बरीष, प्रेमचंद, इमरान, संजय, सौरभ, शिवाकर, कमल, आदि छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।