नागा सूरज दास पर फोटो वायरल करने का आरोप, एफआईआर की तैयारी
अयोध्या-फैजाबाद। प्रसिद्ध पीठ हनुमागढ़ी की सागरिया पट्टी से जुड़े नागा साधु अनिल दास की अश्लील फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद धर्म नगरी अयोध्या शर्मशार हुई। इस सम्बन्ध में नागा अनिल दास के गुरू महंत बलराम दास का कहना है कि इस कृत्य के पीछे उनकी पट्टी में रह रहे निष्कासित नागा सूरज दास का हाथ है। उसके खिलाफ अयोध्या कोतवाली में एफआईआर दर्ज करने की तैयारी हो रही है।
सोशल मीडिया फेसबुक और वाट्सऐप पर अयोध्या की प्रसिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी से जुड़े नागा साधु अनिल दास की अश्लील फोटो वायरल हुई है। फोटो वायरल होने के बाद धर्मनगरी में तरह-तरह की चर्चाएं गर्म हो गयी हैं। दूसरी ओर नागा साधु अनिल दास के गुरू बलराम दास का कहना है कि फोटो बनाकर लगायी गयी है और इस सबके पीछे उनके साथ रहने वाले साधु सूरज दास जो हलुआपास जनपद बस्ती का मूल निवासी है का हाथ है। सूरज दास के सम्बन्ध में शिकायत मिली थी कि वह शराब पीता है तथा अपने मोबाइल फोन में अश्लील फोटो लोड किये हुए है। चर्चाएं उजागर होने के बाद 4 मई को सूरज दास को पट्टी से निकाल दिया गया है। इसी बात की नाराजगी को लेकर सूरज दास ने साधु अनिल दास को बदनाम करने के लिए आपत्तिजनक फोटो वायरल किया है। उन्होंने यह भी कहा कि वायरल फोटो में जो लड़की दिखाई पड़ रही है वह कौन है और कहां की है इसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि हनुमानगढ़ी सागरिया पट्टी का एक आश्रम दरियाबाद बाराबंकी में है यहीं साधु अनिल दास रहकर वहां की व्यवस्था देखता है। वैसे मूल रूप से साधु अनिल दास भवानीपुर जनपद बस्ती का मूल निवासी है।
बताते चलें कि हनुमानगढ़ी के महंत बृजमोहन दास और महंत बलरादास के अच्छे सम्बन्ध है। सागरिया पट्टी के महंत ज्ञानदास हैं जो राजनीतिक चर्चाओं मे सदैव बने रहते है। इस सम्बन्ध में मंहत बृजमोहन दास से जब फोन पर सम्पर्क करने की कोशिश की गयी तो उन्होंने फोन नहीं उठाया इसलिए उनका पक्ष नहीं मालूम हो सका। फिलहाल साधु अनिल दास की वायरल फोटो के साथ दो अन्य फोटो भी वायरल की गयी है एक में साधु अनिल दास गृहमंत्री राजनाथ सिंह व दूसरे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ दिखाई पड़ रहे हैं। इन फोटो को वायरल करने के पीछे सम्भवतः यह दर्शाने का उद्देश्य है कि अनिल दास का भाजपा के बड़े नेताओं से नजदीकी सम्बन्ध है।