10 अप्रैल से शुरू हागा 15 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर
अयोध्या। गांव में ही स्वरोजगार की संभावनाओं को तलाशने और शिक्षित युवाओं का शहरों की तरफ पलायन रोकने के लिए डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय का प्रौढ़ एवं सतत प्रसार शिक्षा विभाग अशरफपुर टोनिया गांव में एक वृहद कार्यक्रम चलाएगा इस कार्यशाला का उद्घाटन कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित जी 10 अप्रैल को करेंगे।
निदेशक डॉ अनूप कुमार ने बताया कि किसानों को इस बात के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा कि वह जैविक खेती की तरफ अग्रसर हो, पेस्टिसाइड का दुष्प्रभाव और उससे होने वाली बीमारियों के संबंध में गांव के किसानों को जागरूक किया जाएगा. यह कार्यशाला 15 दिवसीय होगी। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें के सिलाई, कढ़ाई, मोमबत्ती निर्माण आदि के साथ बच्चों को बीमारी से कैसे बचाया जाए इसका भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. गांव वालों को नशे से बचाव, योगा प्रशिक्षण, आयुर्वेद के इस्तेमाल के साथ-साथ दहेज प्रथा, बाल विवाह जैसी कुरीतियों से सजगता के बारे में भी बताया जाएगा। सहायक निदेशक डॉक्टर सुरेन्द्र मिश्रा, परियोजना अधिकारी डॉक्टर एस एस त्रिपाठी ने बताया कि ग्रामीणों को केंचुआ खाद प्रशिक्षण, रेशम कीड़ा प्रशिक्षण, मधुमक्खी पालन के साथ-साथ पशुओं की सुरक्षा और उनके रखरखाव के बारे में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. आयुर्वेदाचार्य राजीव शुक्ला की टीम अपने उत्पादों के साथ ग्रामीणों से संवाद करेगी..
कार्य परिषद सदस्य ओमप्रकाश सिंह ने उनके गांव के चयन और किसानों, महिलाओं, ग्रामीणों के लिए किए जा रहे इस प्रशिक्षण शिविर के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है और कहा कि इससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे साथ ही सामाजिक कुरीतियों से छुटकारा भी मिलेगा।