– अंतर्राष्ट्रीय वानिकी और गौरैया दिवस के उपलक्ष्य में हुआ आयोजन
अयोध्या। अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस का उद्देश्य वनों के महत्व, संरक्षण और सतत प्रबंधन के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। वनों का संरक्षण न केवल पर्यावरण संतुलन के लिए आवश्यक है, बल्कि यह जलवायु परिवर्तन को कम करने, जैव विविधता को बनाए रखने तथा लाखों लोगों की आजीविका का स्रोत भी है।
उक्त विचार यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया की साकेत इकाई के द्वारा नियामतपुर जंगल भ्रमण के अवसर पर प्रख्यात पर्यावरणविद नवीन बानौधा ने व्यक्त किये। इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अनूप मल्होत्रा के नेतृत्व में इकाई के 30 सदस्य मौजूद रहे। बर्ड मैंन आजाद सिंह एवं विवेक जैन ने जंगल में मौजूद विभिन्न पक्षियों के बारे में परिचित कराया और बेहतरीन फोटोग्राफी भी की।
विश्व गौरैया दिवस और वानिकी दिवस के उपलक्ष्य में यूथ हॉस्टल सदस्यों ने बाराबंकी के नियामतपुर संरक्षित वन क्षेत्र में भ्रमण करके एक जागरूकता अभियान चलाया तथा बाद में जंगल के अंदर ही एक बायोडायवर्सिटी की कार्यशाला में भाग लिया। इस अवसर पर पर्यावरणविद नवीन बनौधा और श्री अतुल सिंह चौहान को पर्यावरण संरक्षण में विशिष्ट योगदान के लिए इकाई ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम में इकाई अध्यक्ष अनुज कुमार भज्जा,डॉ परेश पाण्डेय,विवेकानंद पांडेय, प्रशान्त केसरवानी,आशीष महिंद्रा,विवेक जैन,उत्तम बंसल,नवनीत रस्तोगी,पार्थ अग्रवाल,यथार्थ अग्रवाल, अमित चौरसिया ,अरुण कपूर,राजेश भल्ला,निधि महेंद्रा,भारती वैश्य,छवि अग्रवाल,गरिमा अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।